(www.arya-tv.com) मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान भले ही अभी नहीं हुआ है लेकिन सियासी पारा चढ़ा हुआ है। सत्ताधारी बीजेपी ने विपक्षी पार्टी कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है। यही नहीं पार्टी ने 20 साल की सरकार का रिपोर्ट कार्ड भी जारी कर दिया।
इसी बीच अब ऐसी चर्चा है कि सीएम शिवराज अपनी कैबिनेट में नए मंत्रियों को भी जगह दे सकते हैं। दरअसल, सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंगलवार रात को राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात की। इसी के बाद कहा जा रहा कि राज्य सरकार में तीन नए मंत्रियों को जगह दी जा सकती है।
3 मंत्रियों को मिल सकती है सरकार में मंत्री
मध्य प्रदेश सरकार में अभी 30 मंत्री हैं। अभी 5 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। इसी बीच मंगलवार देर शाम अचानक सीएम शिवराज की राज्यपाल से मुलाकात हुई। जिसके बाद ये चर्चा शुरू हो गई कि मुख्यमंत्री जल्द ही कैबिनेट विस्तार कर सकते हैं। आगामी चुनाव समीकरण को साधने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने इस रणनीति पर आगे बढ़ रहे हैं। संभावना ये भी जताई जा रही कि अगले कुछ दिन में ही एमपी सरकार का कैबिनेट विस्तार हो सकता है।
कैबिनेट विस्तार पर क्या बोले MP बीजेपी चीफ
वहीं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने भी रिएक्ट किया है। उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार हमारे मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। इस पर वह कभी भी निर्णय कर सकते हैं। अगर ऐसा निर्णय हो रहा है, तो जल्दी सामने आ जाएगा। एमपी बीजेपी अध्यक्ष के इस बयान से ऐसा लग रहा कि प्रदेश सरकार कैबिनेट विस्तार पर जल्द कोई फैसला लेने जा रही है।
इन नामों पर शुरू हुई चर्चा
ऐसी चर्चा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कैबिनेट विस्तार में क्षेत्रीय स्थिति पर खास फोकस करेंगे। कहा जा रहा कि विंध्य, महाकौशल, मालवा, बुंदेलखंड से एक-एक विधायक को मंत्री पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है। जिन नामों की चर्चा मंत्री पद के लिए हो रही उनमें राजेंद्र शुक्ल, जालम सिंह पटेल और गौरीशंकर बिसेन का नाम प्रमुख माना जा रहा।
राजेंद्र शुक्ल को मंत्री बनाकर विंध्य क्षेत्र में पार्टी अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। इनके अलावा जालम सिंह पटेल को मंत्री पद देकर बुंदेलखंड और गौरी शंकर बिसेन को मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व देकर महाकौशल क्षेत्र को साधने का प्लान है।