5 प्वाइंट्स में मोदी के UP दौरे के सियासी मायने:कोरोना के सेकंड वेब के बवंडर में घिरे योगी को क्लीनचिट दी

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(www.arya-tv.com)गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र काशी पहुंचे। यह उनका इस साल का पहला दौरा था। यहां उन्होंने तकरीबन पांच घंटे बिताए। इस दौरान तमाम विकास योजानाओं को उन्होंने हरी झंडी दिखाई, लेकिन सियासत करना भी नहीं भूले। उन्होंने अपने दो संबोधनों के जरिए देश के सबसे बड़े सूबे के आगामी विधानसभा चुनावों की सियासी तस्वीर भी साफ कर दी। विकास के सजे मंच से दिए गए प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की हर एक लाइन में राजनीति का रहस्य छिपा था।

आइए 5 प्वाइंट्स में पीएम मोदी के काशी दौरे के मायने समझते हैं-

1. कोराना के सेकंड बेव में सवालों से घिरे योगी की पीठ थपथपाई

पीएम मोदी ने कोरोना के सेकंड वेब के दौरान सीएम योगी के मैनेजमेंट की जमकर तारीफ की। एक तरह से ‘मिसमैनेजमेंट’ को लेकर घिरे योगी को क्लीनचिट भी दे गए। उन्होंने समझाने का प्रयास किया कि किन मुश्किल हालातों में योगी ने यूपी को संभाला। हालांकि, सरकारी आंकड़े और गंगा में उतराई लाशें यूपी में कोरोना की भयावह हालात को बताने के लिए काफी हैं। अस्पातालों में बेड की किल्लत, ऑक्सीजन की क्राइसिस, गांवों में कोरोना से बिगड़े हालात और पंचायत चुनावों में कर्मचारियों की ड्यूटी की तस्वीरें अभी भी लोगों के जेहन में जिंदा हैं। पीएम मोदी दो ही महीने में लोगों के गम को भुला बैठे, सीएम की पीठ थपथपा डाली। बोले- कोरोना की दूसरी बेव में सीएम योगी ने जिस तरह कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका वह अभूतपूर्व है। यह था चुनावी आगाज।

2. योगी ही होंगे यूपी में भाजपा का चेहरा

प्रधानमंत्री ने योगी को मेहनती बताया। उनके विकास के कामों को गिनाया। चाहे वो पूर्वांचल में इंसेफ्लाइटिस को रोकना हो, यूपी में बन रहे एक्सप्रेस-वे हों, हर काम का क्रेडिट योगी को दिया। इसके साथ ही मोदी ने उस धुंध को भी साफ कर दिया, जिसमें दो महीने तक यूपी में चर्चा हुई कि योगी के चेहरे पर भाजपा में संशय है। वैसे भी मोदी के पास योगी द्वारा किए विकास के कामों को गिनाने के लिए ज्यादा कुछ नहीं था। उन्हें राजनीतिक चेहरा बताकर, पीएम ने चुनावी तैयारी का दूसरा संकेत दे दिया।

3. यूपी में विकास और कानून का राज
पीएम ने पिछले विधानसभा चुनावों की याद को ताजा कर दिया। उन्होंने लंबे समय बाद माफियाराज और आतंकवाद जो याद कर लिया। बोले- ‘यूपी में कभी दोनों चीजें बेकाबू हो रही थीं, अब उनपर कानून का शिकंजा है। यूपी में अब कानून का राज है। आज अपराधियों को पता है, वो कानून से बच नहीं पाएंगे। यूपी की सरकार आज भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद से मुक्त है, यूपी की सरकार विकासवाद से चल रही है’। हकीकत में उत्तर-प्रदेश में तस्वीर भले कुछ और है। विपक्ष लगातार योगी की एंकाउटर नीति को लेकर सवाल उठाता रहता है। मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद जैसे बड़े माफियाओं के खिलाफ ऐक्शन को बदले की कार्रवाई बताता रहा है। आए दिन दुष्कर्म, मर्डर की घटनाएं भी जारी हैं। यह था चुनावी यलगार का तीसरा संकेत।

4. मुफ्त कोरोना वैक्सीन और सबसे ज्यादा टेस्टिंग
पीएम ने कहा कि आज यूपी कोरोना की सबसे ज्यादा टेस्टिंग करने वाला राज्य है। पूरे देश में सबसे ज्यादा वैक्सीनेशन करने वाला राज्य भी यूपी ही है। सबको मुफ्त वैक्सीन अभियान गरीब और मध्यम वर्ग की शान हैं। सभी को सरकार के द्वारा मुफ्त वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीन को लेकर यूपी में पहले से ही सियासत जारी है। वैसे यूपी में वैक्सीन की कमी की वजह से कई वैक्सीनेशन सेंटर बंद पड़े हैं। इस बीच पीएम काशी में फ्री वैक्सीन की बात कर इसे उपलब्धि को तौर पर पेश कर रहे हैं। जाहिर है, सरकार इसे चुनावी मुद्दा बनाएगी, और यही था चुनावी लड़ाई का चौथा संकेत।

5. पूर्वांचल में काशी बन रहा मेडिकल हब
पीएम मोदी ने कहा- ‘काशी नगरी आज पूर्वांचल का बहुत बड़ा मेडिकल हब बन रही है। जिन बीमारियों के इलाज के लिए कभी दिल्ली और मुंबई जाना पड़ता था। उनका इलाज आज काशी में भी उपलब्ध है। कोरोना से जुड़ी नई स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हाल में केंद्र सरकार ने 23000 करोड़ का विशेष पैकेज घोषित किया है। इसका भी बहुत बड़ा लाभ यूपी को होने वाला है’। दरअसल, बीजेपी काशी ही नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल पर पंचायत चुनाव में अपने खिसकते प्रभाव को दोबारा साधने की कोशिश में जुटी है। पूर्वांचल का सियासी मिजाज हर 5 साल के बाद बदल जाता है, जिसके चलते बीजेपी काफी संजीदा हो गई है। इसीलिए भाजपा का सबसे ज्यादा फोकस पूर्वांचल पर है। यह था चुनावी आगाज का पांचवा संकेत।