सेना पीछे हटाने के लिए चल रही बातचीत के बीच LAC पर तेजी से रडार लगा रहा चीन

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(www.arya-tv.com)6 महीने से ज्यादा समय से सीमा पर चल रहा विवाद सुलझाने के लिए भारत और चीन बातचीत कर रहे हैं। इस बीच खबर आ रही है कि चीन 3,488 किलोमीटर लंबी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तेजी से रडार लगाने में जुटा है। भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में मई से गतिरोध कायम है। दोनों देश इस विवाद को सुलझाने के लिए मिलिट्री और डिप्लोमेट लेवल पर मीटिंग कर रहे हैं।

दोनों देशों की सेना के बीच कोर कमांडर लेवल पर कुल आठ दौर की बातचीत हो चुकी है। नौवें दौर की बातचीत बहुत जल्द की जानी है। दोनों देशों के बीच यह बातचीत फॉरवर्ड एरिया से अपने सैनिकों को हटाने और शांति कायम रखने को लेकर चल रही है।

सीमा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर रहा चीन

चीन ने आक्रामक तरीके से बुनियादी ढांचा तैयार करने के अलावा लद्दाख से सिक्किम तक रडार लगाने शुरू कर दिए हैं। शीर्ष सूत्रों ने कहा कि येचेंग में एक इमारत और एक वॉच टॉवर बनाए जाने की सूचना मिली है। यहां रडार की संख्या भी तीन से बढ़कर चार हो गई है।

सिक्किम और भूटान के पास लगाए रडार

सिक्किम के पास पाली और फारी क्यारेंग ला में भी रडार लगाए गए हैं। रडार वाली जगह क्यारंग ला से दो किलोमीटर पश्चिम में है। यहां चार रडार लगे हैं। सूत्रों के मुताबिक, भूटान के पास येमद्रोक त्सो में बुनियादी ढांचा तैयार होते देखा गया है। त्सोना के उत्तर-पूर्व में लगभग छह किलोमीटर की दूरी पर कुओना इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर स्टेशन है। इस साइट में तीन रेडोम्स, तीन रडार और पांच सपोर्ट बिल्डिंग बनाई गई हैं। त्सोना डीज हेली बेस के 2.6 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में निगरानी सुविधा में बुनियादी ढांचा तैयार किया गया है।

भारत की पैनी नजर

सूत्रों ने बताया कि एक रेडोम साइट केचेन त्सो से छह किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में है। क्योमो डीज रडार साइट पर एक दोमंजिला इमारत, एक कंट्रोल रूम और एक छोटी इमारत है। ये सभी एक दीवार से घिरे हुए हैं। यहां JY-24 रडार लगा है।

इसके अलावा चीन नियंत्रण रेखा के साथ आक्रामक रूप से बुनियादी ढांचा तैयार कर रहा है। विवादित काराकोरम दर्रा और रेचिन ला के पास भी चीन निर्माण कर रहा है। हालांकि, भारत चीन की ओर से सीमा पर चल रही एक्टिविटी पर पैनी नजर बनाए हुए है।