किसके सम्मान में खड़े हो गए CJI डीवाई चंद्रचूड़, कह दी भावुक करने वाली बात
(www.arya-tv.com) “जहां रहेगा वहीं रौशनी लुटाएगा किसी चराग का अपना मकां नहीं होता.” वसीम बरेलवी की यह शायरी 25 वर्षीय प्रज्ञा पर फिट बैठती है. प्रज्ञा के पिता सुप्रीम कोर्ट में कुक हैं, जबकि मां हाउसवाइफ हैं. तमाम बाधाओं के बाद भी प्रज्ञा ने ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जिस पर न सिर्फ प्रज्ञा के माता-पिता, […]
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