(www.arya-tv.com) मध्यप्रदेश में इसी साल विधानसभा के चुनाव होंगे। विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। बीजेपी की लिस्ट आने के बाद माना जा रहा है कि कांग्रेस भी जल्द अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है। हालांकि उम्मीदवारों की सूची जारी करने के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ कह चुके हैं कि हमे लिस्ट जारी करने में कोई जल्दबाजी नहीं है।
जिन लोगों को टिकट मिलने हैं उन्हें जानकारी दे दी गई है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, पार्टी की पहली लिस्ट 15 सिंतबर तक आ सकती है। टिकट बंटवारे के लिए पार्टी में लगातार मंथन चल रहा है। सूत्रों के अनुसार, कुछ ऐसी सीटें हैं जहां उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए गए हैं।
जनसंपर्क की लिए मिले समय
बताया जा रहा है कि कांग्रेस रणनीति के तहत उम्मीदवारों की सूची जारी करेगी। पहली लिस्ट में करीब 50 विधानसभा सीटों को फोकस किया गया है। कांग्रेस रणनीति के अनुसार, बीजेपी ने जिन सीटों पर अपने कैंडिडेट्स उतार दिए हैं उन सीटों पर उम्मीदवार पहले उतारा जाए। ताकि कांग्रेस के उम्मीदवार को भी जनसंपर्क के लिए समय मिल सके। इसके साथ ही उन क्षेत्रों पर भी फोकस होगा जहां पार्टी में दावेदारों की संख्या ज्यादा नहीं है। जिस कारण से विरोध की संभावना कम रहे।
विधायकों के हो सकते हैं नाम
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में ज्यादातर सीटों पर उन विधायकों को रिपीट कर सकती है। जिनकी सर्वे में रिपोर्ट अच्छी आई है। जिन विधायकों की स्थिति मजबूत बताई जा रही है पहली लिस्ट में उनका नाम हो सकता है। हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि इस बार कांग्रेस कुछ विधायकों के टिकट काट कर नए चेहरों को मौका दे सकती है। क्योंकि कई सीटों पर सर्वे रिपोर्ट अच्छी नहीं आई थी।
सीटों पर बनी है सहमति
बताया जा रहा है कि कुछ मौजूदा विधायकों की स्थिति सर्व रिपोर्ट में अच्छी आई है। जिस कारण से इन विधायकों के नाम पहली लिस्ट में हो सकते हैं। दूसरा बड़ा कारण है कि इस सीट पर कांग्रेस में विरोध की संभावना कम दिखाई दे रही है। जिस कारण से इन सीटों पर सहमति बन सकती है।
कौन सी हो सकती हैं सीटें
विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में लगातार बैठकों का दौर जारी है। माना जा रहा है कि जिन सीटों की घोषणा पहले हो सकती हैं। उसमें दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह की विधानसभा राघौगढ़, पूर्व मंत्री जीतू पटवारी की विधानसभा राऊ, सोनकच्छ विधानसभा, महेश्वर, डबरा समेत छिंदवाड़ा जिले की विधानसभा सीटें हो सकती हैं।
हारी हुई सीटों पर भी फोकस
इस बार कांग्रेस का फोकस उन 66 विधानसभा सीटों पर है जहां कांग्रेस दो या उससे ज्यादा चुनाव लगातार हार चुकी है। कमलनाथ ने इस 66 विधानसभा सीटों की जिम्मेदारी पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह को सौंपी है। दिग्विजय सिंह इन सीटों का दौरा कर चुके हैं।