कनाडा में चीन की मदद करने वाला रिटायर्ड पुलिसकर्मी गिरफ्तार:जासूसी और साजिश रचने के आरोप

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(www.arya-tv.com) कनाडा ने अपने एक रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर को गिरफ्तार किया है। 60 वर्षीय रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर पर आरोप है कि वह अवैध तरीके से चीन की मदद कर रहा था। मामले की जांच 2021 में शुरू हुई थी। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) ने बताया कि गिरफ्तार पुलिस ऑफिसर का नाम विलियम मैजशर है और वह मूल रूप से हांगकांग का है।

मैजशर पर आरोप लगे हैं कि उसने अपनी जानकारी और नेटवर्क का इस्तेमाल कर चीन को फायदा पहुंचाने वाली खुफिया जानकारी इकट्ठा की। पुलिस ने बताया है कि मैजशर के खिलाफ सूचना सुरक्षा कानून और विदेशी संगठन के लिए जासूसी और साजिश रचने के मामलों में केस दर्ज किया गया है।

लोगों को धमकी देता था रिटायर्ड पुलिस ऑफिसर
मैजशर की इन संदिग्ध गतिविधियों को लेकर 2021 में जांच बिठाई गई थी। आरोप है कि इस रिटायर्ड ऑफिसर ने कनाडा के कानून के दायरे से बाहर रहे लोगों की पहचान करने और उन्हें डराने और धमकियां देने में भी चीन सरकार की मदद की। इन आरोपों पर जब चीन के दूतावास से संपर्क किया गया तो वहां से कोई जवाब नहीं आया।

वहीं, ये पहला मामला नहीं है जब कनाडा में चीन पर इस तरह के आरोप लगे हैं। इससे पहले चीन पर कनाडा में खुफिया पुलिस स्टेशन बनाने और यहां तक कि हांगकांग में कनाडाई MP के रिश्तेदारों पर हमले करवाने के भी आरोप लग चुके हैं। चीन हमेशा इन गलत बताता रहा है।

G20 में कनाडाई PM-जिनपिंग भिड़े थे शी जिनपिंग

2022 में इंडोनेशिया के बाली में G-20 समिट के दूसरे और आखिरी दिन एक अजीब वाकया हुआ था। समिट के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मीडिया कैमरों के सामने बहस हो गई थी। जिनपिंग ने ट्रूडो से शिकायती लहजे में कहा था कि आपसे जो बातचीत होती है, वो मीडिया में लीक क्यों हो जाती है?

इस पर ट्रूडो ने भी मुस्कराते हुए, लेकिन सख्ती से जवाब दिया कि हम कुछ छिपाने में यकीन नहीं रखते और कनाडा में ऐसा ही होता है। बहस के दौरान दोनों नेताओं और खासकर जिनपिंग की बॉडी लैंग्वेज बिल्कुल अलग नजर आई थी। वो मंदारिन (चीन की भाषा) में बात कर रहे थे। उनकी बात को साथ में मौजूद इंटरप्रिटर (दुभाषिया या अनुवाद करने वाला) ट्रूडो तक अंग्रेजी में पहुंचा रहा था।

चीन पर कनाडा की राजनीति में दखलंदाजी के आरोप
गौरतलब है कि चीन और कनाडा के बीच बीते कुछ वर्षों में रिश्ते काफी खराब हुए हैं। 2022 मई में कनाडा ने चीन के राजनयिक झाओ वेई को लौटा दिया था। वेई पर कनाडा की राजनीति में दखल देने के आरोप लगे थे।

हालांकि, चीन की तरफ से इन आरोपों को गलत करार दिया गया था। 2022 मार्च में भी कनाडा के राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा के चुनावों में दखल से जुड़ी रिपोर्ट्स को लेकर जांच बिठाने का एलान किया था। आरोप हैं कि चीन ने 2019 और 2021 में कनाडा के चुनावों में दखल देने के प्रयास किए।