क्या शुगर रोगी मक्के का सेवन कर सकते हैं:जाने क्या है सच्चाई

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(www.arya-tv.com)  सर्दियों में मक्के की रोटी व सरसों का साग किसे पसंद नहीं है? लेकिन क्या वह आपके लिए हेल्दी है? खासकर, क्या शुगर रोगी मक्के का सेवन कर सकते हैं? इसका जवाब है, हाँ, मधुमेह वाले व्यक्ति के लिए मक्के का सेवन बिल्कुल सुरक्षित है लेकिन इसकी कुछ शर्तें हैं। मकई या मक्का व्यक्ति के शरीर को ऊर्जा और पोषक तत्व प्रदान करता है। साथ ही इसमें सोडियम और फैट बहुत कम होता है। लेकिन डायबिटिक लोगों के लिए अपने रोज़ के कार्ब काउन्ट को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है और इसी के अनुसार आप अपना डाइट प्लान बनाएं। साथ ही, कार्ब्स का नियमित ट्रैक रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। यह जानने के लिए इस ब्लॉग को पढ़ें “क्या मक्का शुगर रोगियों के लिए सुरक्षित व अच्छा है?

अगर हम स्वीट कॉर्न की बात करें तो इसमें भरपूर मात्रा में डाइटरी फाइबर होता है लेकिन मक्के खासकर उसके आटे में फाइबर कम व कार्ब ज़्यादा होता है। साथ ही स्वीट कॉर्न मेंअघुलनशील से घुलनशील फाइबर का अच्छा अनुपात होता है। अध्ययनों में यह पाया गया है कि मक्का आंतों में बैक्टीरिया को पनपने देता है जो कोलन कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। इसलिए जहां स्वीट कॉर्न आपके लिए अच्छा होता है, मक्का आपके ब्लड शुगर को थोड़ा बढ़ा सकता है। मक्के में अन्य स्रोतों की तरह ज्यादा फाइबर नहीं होता है। हालांकि, यह आंत के लिए फायदेमंद हो सकता है। फाइबर हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।

 मक्के की न्यूट्रीशनल वेल्यू
पीले, पके हुए औसत आकार के स्वीट कॉर्न में मौजूद पोषक तत्व निम्नलिखित है:

कार्ब्स: 17.1 ग्राम
कैलोरी: 77
प्रोटीन: 2.9 ग्राम
चीनी: 2.9 ग्राम
आहार फाइबर: 2.4 ग्राम
फाइबर: 2.5 ग्राम
वसा: 1.1 ग्राम
विटामिन ए
विटामि�”लोहा
जस्ता
पोटैशियम
मैग्नीशियम

लाखों लोगों के बीच लोकप्रिय है
मकई दुनिया भर में लाखों लोगों के बीच लोकप्रिय है। यह किसी व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक सहायक पोषक तत्वों से भरपूर है। स्वीट कॉर्न या मक्के में मध्यम मात्रा में फाइबर होते हैं। इसमें इनसॉल्यूबल या अघुलनशील फाइबर पाए जाते हैं जिसमें शामिल है लिग्निन, सेल्युलोज, या हेमिसेलुलोज।

मक्के में ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन और फेरुलिक एसिड जैसे कई एंटीऑक्सिडेंट भी होते हैं। मक्के में प्रमुखतया स्टार्च पाया जाता है। वहीं अगर हम स्वीट कॉर्न की बात करें तो उसमें कम स्टार्च और उच्च चीनी (मुख्य रूप से सुक्रोज) होती है।

मकई में उच्च मात्रा में स्टार्च होता है। यह कार्ब का एक रूप है जो व्यक्ति के ब्लड ग्लूकोज़ लेवल को तुरंत बढ़ा देता है। मधुमेह रोगियों को मक्की का सेवन मध्यम व सीमित मात्रा में करना चाहिए। प्रोटीन या वसा जैसे अन्य खाद्य पदार्थों के साथ मक्का खाने की सलाह दी जाती है। साथ ही स्वीट कॉर्न में पर्याप्त मात्रा में डायटरी फाइबर होते हैं जो आसानी से शरीर में ग्लुकोज़ लेवल को बढ़ने नहीं देता व शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है। लेकिन मक्के के आटे में यह फाइबर खत्म हो जाता है इसलिए यह इतना सुरक्षित नहीं है।