बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को सौर एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जाना है

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(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में एक्सप्रेस-वेज निर्माण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने प्रदेश में दो नए एक्सप्रेस-वे के निर्माण के लिए कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में विगत साढ़े 06 वर्षां में उत्तर प्रदेश को एक्सप्रेस-वे प्रदेश के रूप में नई पहचान मिली है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे तथा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को राष्ट्र को समर्पित करने के बाद वर्तमान में गंगा एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है। इसकी कार्यवाही को पूरी गुणवत्ता के साथ समय-सीमा के भीतर पूरा करा लिया जाए। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे की राइडिंग क्वालिटी को और बेहतर करने के लिए किये जा रहे अनुरक्षण कार्य को समय से पूरा करा लिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को जोड़ने के लिए एक लिंक एक्सप्रेस-वे की आवश्यकता है। इस एक परियोजना से सभी एक्सप्रेस-वे आपस मे जुड़ जाएंगे। लगभग 60 किलोमीटर के इस लिंक एक्सप्रेस-वे के सम्बन्ध में विस्तृत कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें। जन आकांक्षा के दृष्टिगत जनपद फर्रुखाबाद को गंगा एक्सप्रेस-वे से जोड़ने की आवश्यकता है। इस सम्बन्ध में अध्ययन कर आवश्यक प्रस्ताव तैयार कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे को सौर एक्सप्रेस-वे के रूप में विकसित किया जाना है। इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही तेज की जाए। इसी प्रकार, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उत्तरी स्लोप पर पौधरोपण और दक्षिणी स्लोप पर सौर ऊर्जा प्रकल्पों को विकसित किया जाए। इन प्रयासों से यह एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय पटल पर एक मॉडल के रूप में प्रस्तुत हो सकेंगे। चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे के लिए बजट का प्राविधान किया जा चुका है। प्रारम्भिक अध्ययन के अनुसार 04 लेन (06 लेन तक विस्तारणीय) चित्रकूट लिंक एक्सप्रेस-वे लगभग 14 किलोमीटर लम्बा होगा। इसके लिए विकासकर्ता का चयन यथाशीघ्र कर लिया जाए।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर औद्योगिक क्लस्टर के विकास की प्रक्रिया तेज की जाए। गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे 11, बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के किनारे 06, आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किनारे 05, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के किनारे 06 और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के किनारे 02 औद्योगिक गलियारे विकसित किये जायेंगे। इस सम्बन्ध में सभी आवश्यक प्रक्रियाएं तेजी से शुरू की जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद मेरठ से प्रयागराज को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए आवश्यक भूमि का अधिग्रहण किया जा चुका है। नवम्बर, 2022 से इसका कार्य प्रारम्भ हो चुका है। यह एक्सप्रेस-वे प्रत्येक स्थिति में दिसम्बर, 2024 तक आम जनता के लिए उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखें, ताकि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में देश-दुनिया के श्रद्धालुगण गंगा एक्सप्रेस-वे पर यात्रा का लाभ उठा सकें। विभागीय मंत्रिगणों के साथ समीक्षा करते हुए गंगा एक्सप्रेस-वे का काम तेज कराएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के निर्माण की प्रगति संतोषप्रद है। यह लिंक एक्सप्रेस-वे गोरखपुर, संतकबीर नगर, आजमगढ़ और अम्बेडकरनगर जनपद के लिए शानदार कनेक्टिविटी का माध्यम बनेगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे का निर्माण समयबद्ध ढंग से पूरा करा लिया जाए। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे के अंतर्गत घाघरा नदी पर महत्वपूर्ण सेतु बनकर तैयार हो गया है। यह आस-पास के पूरे क्षेत्र को लाभान्वित करने वाला होगा।