मेरठ मेडिकल कॉलेज में भी शुरू हुई दिमाग के नसों की जांच, अब नहीं जाना पड़ेगा दिल्ली और चंडीगढ़

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(www.arya-tv.com) दिमाग की नसों की जांच के लिए अब मेरठ मंडल के मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों में ज्यादा पैसे नहीं खर्च करने होंगे. अब उन्हें लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज मेरठ में बेहद कम दाम पर ही ये सुविधा मिल जाएगी. मेरठ मेडिकल कॉलेज में इस सुविधा की शुरुआत भी हो गई है. एक मरीज की जांच भी कर ली गई और रिजल्ट भी बेहद रहा है.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में डिजिटल सबट्रेशन एंजियोग्राफी टेस्ट यानी डीएसए शुरू हो गया है. इस टेस्ट के माध्यम से दिमाग की सभी नसों की जांच की जाती है. एक कैथिटर दिमाग की खून की नसों तक पहुंचता है और खून के प्रवाह को देखता है. इससे दिमाग की तमाम बीमारियों के बारे में पता लगाया जा सकता है. ब्रेन स्ट्रोक के बारे में पता लगाने में भी आसानी हो जाती है.

प्राइवेट अस्पतालों में 25 से 30 हजार में होता है डीएसए
डिजिटल सबट्रेशन एंजियोग्राफी टेस्ट प्राइवेट अस्पतालों में काफी महंगा है. प्राइवेट अस्पतालों की बात करें तो वहां इस टेस्ट के लिए 25 से 30 हजार रुपए खर्च हो जाते हैं. ज्यादा पैसे खर्च न हो इसकी वजह से लोग सरकारी चिकित्सा संस्थानों में टेस्ट कराने के लिए दिल्ली और चंडीगढ़ का रुख करते हैं, लेकिन अब मेरठ के मेडिकल कॉलेज में 7 हजार रुपए में ये टेस्ट हो सकेगा, जो प्राइवेट हॉस्पिटल में होने वाले टेस्ट पर खर्च के आधे से भी आधा है.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में डिजिटल सबट्रेशन एंजियोग्राफी टेस्ट शुरू हो गया है. गंगानगर की रहने वाली मरीज रीना का पहला टेस्ट हुआ है. वो मोयमोया बीमारी से ग्रस्त हैं. इस बीमारी में दिमाग को खून आपूर्ति करने वाली धमनियां अवरुद्ध और संकीर्ण हो जाती है. रीना का ऑपरेशन एम्स दिल्ली में हुआ था और प्राइवेट हॉस्पिटल में जांच महंगी होने के बाद रीना को सरकारी अस्पतालों में जांच कराने दिल्ली जाना पड़ता था, लेकिन अब उन्हें कम दाम पर मेरठ में ही ये सुविधा मेडिकल में मिल गई. रीना बेहद खुश नजर आईं. ये टेस्ट न्यूरोलॉजी विभाग की एचओडी डॉ दीपिका सागर ने किया.

मेडिकल के प्राचार्य क्या बोले?

मेरठ मेडिकल में डीएसए की जांच शुरू होने पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो आर सी गुप्ता का कहना है कि मेरठ ही नहीं पश्चिमी यूपी के मरीजों को इसका लाभ मिलेगा. क्योंकि मेडिकल में दूर दूर के जिलों से मरीज आते हैं. जिस जांच पर 25 से 30 हजार खर्च हो रहे थे और दिल्ली चंडीगढ़ जाने में समय लगता था, वो जांच मेडिकल में मात्र सात हजार में हो रही है. उन्होंने कहा मेडिकल में अब बड़ी सुविधाएं हैं और बेहतर इलाज भी उपलबध है.