(www.arya-tv.com) नई दिल्ली. मधुबाला और नरगिस जैसी दिग्गज एक्ट्रेसेस संग काम कर चुके भारत भूषण ने अपने करियर में कई हिट फिल्मों में काम किया. 60 के दशक में भात ने 60 रुपए की नौकरी से करियर की शुरुआत की थी. कालिदास, तानसेन, कबीर, बैजू बावरा और मिर्जा गालिब जैसे एक से बढ़कर किरदारों के जरिए उन्होंने अपनी पहचान बनाई. लेकिन अंतिम समय में पाई पाई को हो गए थे मोहताज
भारत भूषण के पिता रायबहादुर मोतीलाल पेशे से वकील थे, इसलिए वह चाहते थे कि भारत भी एक्टिंग की दुनिया में जाने के बजाय वकालत करे और वकील बने. लेकिन उनकी किस्मत में तो एक्टर बनना लिखा था और वह बने अपने दौर में उन्होंने सालों तक इंडस्ट्री पर राज किया. लेकिन एक गलती ने उनका बना बनाया करियर बर्बाद कर दिया था. बैक टू बैक हिट देने वाले एक्टर का करियर कैसे अर्श से फर्श पर आ गया, सुनकर यकीन कर पाना भी मुश्किल है.यूं बनाई इंडस्ट्री में धाक
भारत भूषण ने अपने करियर में कई ऐसे किरदार निभाए हैं, जिनके बाद वह राज कपूर और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज को भी टक्कर देने लगे थे. खासतौर पर फिल्म ‘बैजू बावरा’ ने तो उन्हें सुपर स्टार बना दिया था. दिग्गज अभिनेता ने करियर की शुरुआत में छोटे रोल के जरिए की थी. जब इंडस्ट्री में छाए तो ऐसे छाए कि लगातार कई हिट फिल्मों में काम किया.एक्टिंग में हाथ आजमाने के लिए वह मुंबई आए थे. करियर की शुरुआत में उन्होंने काफी संघर्ष किया था. लेकिन डायरेक्टर महबूब खान की सिफारिश पर वह डायरेक्टर रामेश्वर शर्मा से मिले जो उस वक्त फिल्म ‘भक्त कबीर’ पर काम कर रहे थे. इसके बाद रामेश्वर ने उन्हें फिल्म में काशी नरेश का रोल भी दिया और 60 रुपए महीना की नौकरी भी दे दी.भाई की एक सलाह ने बर्बाद कर दिया करियर
भारत भूषण ने अपने दौर में इंडस्ट्री में धाक जमा रखी थी. वो हिट की गारंटी बन चुके थे. 50-60 के दशक में तो स्टारडम के ऐसे दौर में थे कि कि राज कपूर और दिलीप कुमार को भी टक्कर देने लगे थे. वह कई महंगी गाड़ियों में घूमते नजर आते थे. भारत ने अपने बड़े भाई रमेश की बात मानकर फिल्में प्रोड्यूसर करना शुरू किया. उन्होंने दो फिल्में बसंत बहार और बरसात की रात बनाई जो सुपरहिट भी हुईं. लेकिन इसके बाद उनकी सारी फिल्में फ्लॉप साबित हुई और भूषण कर्ज में डूब गए और पाई-पाई को मोहताज हो गए. भारत भूषण ने जितना कमाया था वो सब गवां दिया. उनके बंगले बिक गए, कारें बिक गईं और लोगों ने कई बार उन्हें बस की लाइन में खड़े देखा था.
भारत भूषण ने अपने करियर में कई ऐसे किरदार निभाए हैं, जिनके बाद वह राज कपूर और दिलीप कुमार जैसे दिग्गज को भी टक्कर देने लगे थे. खासतौर पर फिल्म ‘बैजू बावरा’ ने तो उन्हें सुपर स्टार बना दिया था. दिग्गज अभिनेता ने करियर की शुरुआत में छोटे रोल के जरिए की थी. जब इंडस्ट्री में छाए तो ऐसे छाए कि लगातार कई हिट फिल्मों में काम किया.एक्टिंग में हाथ आजमाने के लिए वह मुंबई आए थे. करियर की शुरुआत में उन्होंने काफी संघर्ष किया था. लेकिन डायरेक्टर महबूब खान की सिफारिश पर वह डायरेक्टर रामेश्वर शर्मा से मिले जो उस वक्त फिल्म ‘भक्त कबीर’ पर काम कर रहे थे. इसके बाद रामेश्वर ने उन्हें फिल्म में काशी नरेश का रोल भी दिया और 60 रुपए महीना की नौकरी भी दे दी.भाई की एक सलाह ने बर्बाद कर दिया करियर
भारत भूषण ने अपने दौर में इंडस्ट्री में धाक जमा रखी थी. वो हिट की गारंटी बन चुके थे. 50-60 के दशक में तो स्टारडम के ऐसे दौर में थे कि कि राज कपूर और दिलीप कुमार को भी टक्कर देने लगे थे. वह कई महंगी गाड़ियों में घूमते नजर आते थे. भारत ने अपने बड़े भाई रमेश की बात मानकर फिल्में प्रोड्यूसर करना शुरू किया. उन्होंने दो फिल्में बसंत बहार और बरसात की रात बनाई जो सुपरहिट भी हुईं. लेकिन इसके बाद उनकी सारी फिल्में फ्लॉप साबित हुई और भूषण कर्ज में डूब गए और पाई-पाई को मोहताज हो गए. भारत भूषण ने जितना कमाया था वो सब गवां दिया. उनके बंगले बिक गए, कारें बिक गईं और लोगों ने कई बार उन्हें बस की लाइन में खड़े देखा था.