बीजेपी सांसद राठौड़ ने किया दावा, साल 2008 में सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने कम्युनिस्ट पार्टी के साथ किया गुप्त समझौता

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(www.arya-tv.com) ओलंपिक रजत पदक विजेता और बीजेपी सांसद राज्यवर्धन राठौड़ के संसद में दिए गए एक दावे पर कांग्रेस बिफर गई है। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान राठौड़ ने लोकसभा में दावा किया था कि साल 2008 में जब हम ओलंपिक के दौरान बीजिंग में थे, तब सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से मुलाकात की थी, इसलिए इनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए।

इस दावे को कांग्रेस ने खारिज किया है और कहा है कि राठौड़ झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने ‘एक्स’पर एक वीडियो शेयर कर कहा, ” राठौड़ तुम्हें शर्म आनी चाहिए कि तुम कभी भारतीय सेना का हिस्सा थे। साल 2008 बीजिंग ओलिंपिक में सोनिया गांधी ने न सिर्फ गेम्स विलेज का दौरा किया था, बल्कि उन्होंने इंडियन ब्लॉक में भारतीय एथलीटों से मुलाकात भी की थी। इस बात की पुष्टि खुद बॉक्सर विजेंदर सिंह ने की है और इसका जिक्र अभिनव बिंद्रा ने अपनी किताब ‘ए शॉट एट हिस्ट्री’ में किया है।

” सुप्रिया ने राठौड़ पर तंज कस कहा कि आप उस पार्टी से हैं जहां प्रधानमंत्री और गृह मंत्री भी झूठ बोलने में माहिर हैं।राज्यवर्धन राठौर शर्म आती है कि आप कभी भारतीय सेना का हिस्सा थे। 3 दिन पहले लोकसभा के घटिया वक्तव्य में आपने कोरा झूठ बोला। ये संगत का असर है। आप ऐसी पार्टी में हैं जहां झूठ बोलने की सीख ख़ुद प्रधानमंत्री और गृह मंत्री देते हैं।

पीएम मोदी से पूछिए, चीन को क्लीन चिट क्यों दी- कांग्रेस

मणिपुर में महिलाओं के साथ बर्बरता के मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता ने राठौड़ से पूछा, ”आप कारगिल युद्ध का हिस्सा थे, लेकिन जब मणिपुर में एक योद्धा की पत्नी के साथ जघन्य अपराध हुआ तो आप चुप रहे, जो अपने सैनिक के साथ खड़ा नहीं हुआ, वह कैसा सहयोगी होगा.” उन्होंने कहा, अगर आपको चीन पर सवाल पूछने का शौक है तो किसी दिन आप मोदी जी से पूछेंगे कि उन्होंने चीन को क्लीन चिट क्यों दी? चीन के साथ व्यापार बढ़ाकर गलवान के शहीदों का बदला क्यों लिया? गद्दारों और देशभक्तों के बीच इस लड़ाई में आप गद्दारों के साथ खड़े हैं।

राठौड़ ने क्या दावा किया था?

राठौड़ ने लोकसभा में कहा था, ”हम 2008 बीजिंग ओलंपिक के लिए चीन गए थे। हमें जानकारी मिली कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी हम खिलाड़ियों से मिलने आ रहे हैं। लेकिन वह हमसे मिलने नहीं आए। वह चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से मिले। उन पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। दोनों नेता एक गुप्त समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए चीन गए थे।देश जानना चाहता है कि वह गुप्त समझौता क्या था।”