बिकरू कांड…3 साल पूरे:79 मुकदमे दर्ज, 7 पर NSA और 45 पर गैंगस्टर..

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(www.arya-tv.com)  कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात शायद ही कोई भूल पाए। गैंगस्टर विकास दुबे को अरेस्ट करने गई पुलिस टीम पर गोलियों की बौछार हुई। डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिस कर्मियों की नृशंस हत्या कर दी गई। इस घटना के आज 3 साल पूरे हो गए। इस दौरान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की।

कांड में शामिल 45 आरोपियों को जेल भेजा गया। इसमें से 5 को जमानत मिली, जबकि 40 अभी भी जेल में हैं। विकास दुबे और उसके गैंग की अब तक 72 करोड़ की संपत्ति जब्त हो चुकी है। इसके साथ ही 7 पर NSA और 45 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की है।चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात को सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा ने सर्किल फोर्स के साथ गैंगस्टर विकास दुबे की अरेस्टिंग के लिए दबिश दी। छापेमारी की सूचना लीक होने के चलते गैंगस्टर ने पहले ही अपने शूटरों के साथ जाल बिछा दिया था। पुलिस के गांव में एंट्री करते ही छतों पर मौजूद विकास दुबे और शूटरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। सीओ देवेंद्र मिश्रा समेत आठ पुलिस कर्मियों की नृशंस हत्या कर दी। बाकी पुलिसकर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाई।इस हत्याकांड ने न सिर्फ प्रदेश बल्कि देश को हिला दिया। DGP से लेकर कानपुर में तैनात एसएसपी दिनेश कुमार और IG मोहित अग्रवाल एक्शन में आए। विकास दुबे के गैंग के एक के बाद एक 6 बदमाशों को एनकाउंटर में मार गिराया। 45 आरोपियों को जेल भेजा गया। जिसमें अभी भी 40 आरोपी जेल में बंद हैं। केस इतना बड़ा था कि तीन साल बाद भी पुलिस की कार्रवाई जारी है।

79 मुकदमे हुए थे दर्ज, 63 में चार्जशीट दाखिल
बिकरू कांड के बाद विकास दुबे और उसके गैंग के सदस्यों, सहयोगियों सहित 91 लोगों के खिलाफ 79 मुकदमें दर्ज किए गए। जिसमें 63 केस में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। जबकि 02 मामले विवेचनाधीन हैं। जिसका जल्द ही निस्तारण करा दिया जाएगा। 6 अपराधियों की पुलिस मुठभेड़ में मौत होने के कारण इन पर दर्ज मुकदमों में अंतिम रिपोर्ट लगाई गई है।

पैरवी के लिए बनाया बिकरू पैरवी सेल
बिकरू कांड से संबंधित कोर्ट में ट्रायल चल रहा था। मुकदमे की अच्छी पैरवी करने के लिए कानपुर कमिश्नरेट की ओर से बिकरू पैरवी सेल का गठन किया गया था। ताकि मजबूत पैरवी करके अधिक से अधिक सजा दिलाई जा सके।