लद्दाख में लंबे वक्त तक डटे रहने की तैयारियां तेज, भारत किसी भी सूरत में चीन के सामने नहीं पड़ेगा नरम

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(www.arya-tv.com) केंद्रीय मंत्री और सेना के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार (4 अगस्त) को पूर्वी लद्दाख की सुरक्षा हालात की समीक्षा की। इसमें लद्दाख के अग्रिम मोर्चों पर लंबे वक्त तक डटे रहने की तैयारियां तेज करने पर चर्चा हुई। भारत औऱ चीन के सैन्य कमांडरों के बीच बातचीत के सकारात्मक नतीजे न मिलने के बीच यह बैठक हुई है।

घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों ने कहा कि भारत एलएसी के संवेदनशील क्षेत्रों में उच्च स्तर की सतर्कता बरतेगा। सेना ने लद्दाख सेक्टर में सर्दियों के दौरान भी सैनिकों की अच्छी संख्या और हथियार बनाए रखने से जरूरी तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। समझा जाता है कि जनरल नरवणे ने बैठक में बताया कि भयंकर सर्दी में -20 डिग्री के तापमान में ऊंचे पर्वतीय इलाके में सैनिकों के वहां ठहरने और हथियारों के लिए क्या-क्या इंतजाम करने होंगे। हालांकि यह तय किया गया कि भारत किसी भी सूरत में अपना रुख नरम नहीं करेगा।

बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे और अन्य शीर्ष अधिकारी सम्मिलित हुए। चीन मामलों में विशेषज्ञता रखने वाली कई अधिकारी भी बैठक में थे। विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला और रक्षा सचिव अजय कुमार भी इसमें शामिल थे। गौरतलब है कि चीन पैंगोंग सो, देपसांग से पीछे हटने में टालमटोल कर रहा है।