फोन में मिले सबूत:तालिबान लड़ाकों के वीडियो देखता था आरिफ:खरीदी थी तेजाब की बोतलें

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(www.arya-tv.com) प्रयागराज में मां और बहन की बेरहमी से हत्या करने वाले आरिफ को पुलिस ने शुक्रवार को जेल भेज दिया। आरिफ के फोन में यूट्यूब सर्च हिस्ट्री में पता चला है कि तालिबानी लड़ाकों का वीडियो देखता था। पुलिस ने दो दिन में तकरीबन 12 घंटे पूछताछ की। पुलिस ने ISIS कनेक्शन, साहित्य और सीडी के बारे में सवाल किए। ज्यादातर सवालों के जवाब गोलमोल ही दिए। इसके साथ ही कभी हां तो कभी न सिर हिलाकर दिया।

परिवार वालों ने उसे अकेला छोड़ दिया

आरिफ ने पुलिस को बताया कि परिवार वालों ने उसे अकेला छोड़ दिया था। ऐसा कमरा रहने को दिया था। जहां सांस लेना दूभर था। इसी से परेशान होकर मार डाला। पुलिस ने तेजाब की बोतलें खरीदने पर सवाल किया। इस पर आरिफ ने कहा करेली और नुरुल्ला रोड से तेजाब की 1000 बोतलें खरीदी थी।

मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरिफ के मोबाइल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। पूछताछ में पता चला है कि आरिफ तालिबानी लड़ाकों के वीडियो भी देखता था। उसकी यूट्यूब सर्च हिस्ट्री में इसके सुबूत मिले हैं। यहीं से उसके अंदर कट्टरता आई। यही नहीं उसने किसी को मारने के बाद बॉडी को कैसे गलाना है, यह भी सर्च किया है। शायद यही वजह रही कि उसने अपने घर में एक हजार एसिड की बोतलें एकत्र कर रखी थीं।

तुम इंसान हो या हैवान?

पुलिस की पूछताछ में आरिफ परेशान दिखाई दिया। पुलिस ने पूछा कि तुमने प्रापर्टी के लिए मां-बहन को मार दिया। पूरे परिवार को खत्म कर देना चाहते थे? तुम इंसान हो या हैवान? आरिफ ने कहा कि साहब, आप नहीं जानते मेरी मती मारी गई थी। मुझसे पूरा परिवार नफरत करता था।

इसकी वजह मेरा बड़ा भाई आजम है। वह सबको मेरे खिलाफ भड़काता था। मुझसे मेरे मां-बाप भी ठीक से बात नहीं करते थे। मुझे रहने का सबसे बेकार कमरा दिया था। उसमें ताजी हवा आती ही नहीं थी। बदबू बनी रहती थी। मेरा जीवन नरक हो गया था। धीरे-धीरे मेरे मन में परिवार के प्रति नफरत भरने लगी थी। इससे यह घटना हो गई।