अमेरिकी वैक्सीन भारत में मिले काेराेना के स्ट्रेन पर भी कारगर

Health /Sanitation

(www.arya-tv.com)अमेरिका में काेराेना की उपलब्ध वैक्सीन भारत में मिले कोरोना के घातक स्वरूप के खिलाफ कारगर हैं। अमेरिका के स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। पिछले साल पहली बार भारत में पहचाने गए काेराेना के नए स्ट्रेन बी.1.617 को डब्ल्यूएचओ ने वैश्विक स्तर पर ‘चिंतित करने वाला स्वरूप’ बताया है।

अमेरिका के राष्ट्रीय एलर्जी एवं संक्रामक रोग संस्थान (एनआईएआईडी) के निदेशक और राष्ट्रपति के मुख्य चिकित्सा सलाहकार डॉ एंथनी फाउची ने न्यूज काॅन्फ्रेंस में कहा, “617 एंटीबॉडी के प्रति मामूली निष्प्रभावीकरण प्रतिरोध दर्शाता है कि मौजूदा टीके काफी हद तक सुरक्षा प्रदान करने वाले हैं। इन टीकाें का हम इस्तेमाल कर रहे हैं।’ डाॅ फाउची ने इस संबंध में हाल के अनुसंधान और आंकड़ों को पेश किया।

उन्हाेंने कहा कि दोनों प्रकार बी617 और बी.1.618 जिनकी भारत में पहचान हुई है, उनको अनुमापन में केवल ढाई गुना कमी के साथ निष्प्रभावी किया गया है। व्हाइट हाउस के कोविड-19 पर वरिष्ठ सलाहकार एंडी स्लैविट ने कहा कि अमेरिका में उपलब्ध टीके कोरोना के भारत में मिले स्वरूप के खिलाफ प्रभावी हैं। अमेरिका में फाइजर और माॅडर्ना की वैक्सीन लगाई जा रही हैं।

इस पर अमेरिका की न्यूयाॅर्क यूनिवर्सिटी के ग्रासमैन स्कूल ऑफ मेडिसिन और लैंगाेन सेंटर ने मिलकर लैब में अध्ययन किया है। इस अध्ययन काे लेकर प्राेफेसर नाथनेइल आर लैंडाऊ ने रिसर्च से पता चला कि अति संक्रामक काेराेना के नए स्वरूप के संक्रमण काे राेकने में वैक्सीन कारगर है।