एडेड स्कूलों के शिक्षक अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन, CM योगी से लगाई इंसाफ की गुहार

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(www.Arya Tv .Com)  बेसिक शिक्षा विभाग के जूनियर एडेड स्कूलों में तीन साल बाद भी शिक्षकों की भर्ती पूरी नहीं हो सकी है. लिखित परीक्षा में पास होने के बावजूद बयालीस हज़ार से ज्यादा अभ्यर्थी शिक्षक बनने से दूर हैं. शिक्षक अभ्यर्थियों ने अब आंदोलन की राह पकड़ ली है. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इंसाफ की गुहार लगाई है. प्रयागराज में सोमवार को नाराज सैकड़ों अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय के दफ्तर पर विरोध प्रदर्शन कर नारेबाजी की. उन्होंने जल्द से जल्द शिक्षक भर्ती परीक्षा का कट ऑफ जारी कर नियुक्ति पत्र दिए जाने की मांग की. धरना प्रदर्शन में शामिल महिला अभ्यर्थियों ने भी नारेबाजी की.

तीन साल बाद भी शिक्षक बनने का सपना नहीं हुआ पूरा

प्रदर्शनकारियों ने खाली हुए पदों को भी भर्ती प्रक्रिया में जोड़ने की मांग की. उन्होंने दलील दी कि तीन साल पहले शुरू हुई भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है. तीन साल में और भी शिक्षकों के पद खाली हुए हैं. इसलिए नए पदों को मेरिट में जोड़कर नियुक्ति पत्र दिया जाए. उन्होंने कहा कि शिक्षकों का पद भरने से बेसिक शिक्षा विभाग के जूनियर एडेड स्कूलों में शिक्षा का स्तर भी बेहतर होगा. गौरतलब है कि जूनियर एडेड स्कूलों में साल 2021 से पहले मैनेजमेंट ही शिक्षकों की नियुक्ति करता था.

अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा निदेशालय पर किया प्रदर्शन

भर्ती प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगते थे. योगी सरकार ने साल 2021 में पहली बार लगभग दो हजार पदों पर शिक्षकों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया. सरकार की कवायद का मकसद योग्य अभ्यर्थियों को बिना पैसे के नियुक्ति देने की थी. परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने साल 2021 में 16 अक्टूबर को लिखित परीक्षा आयोजित कराई. परीक्षा के लिए तकरीबन साढ़े तीन लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था.

करीब 270000 अभ्यर्थी लिखित परीक्षा में शामिल हुए. क्वालीफाइंग परीक्षा का रिजल्ट 15 नवंबर 2021 को जारी किया गया. करीब पैंतालीस हजार अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की परीक्षा पास हुए. बाद में मामला अदालत की दहलीज पर पहुंच गया. लंबी चली सुनवाई के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रिजल्ट को संशोधित कर नए सिरे से जारी किए जाने का आदेश दिया. संशोधित रिजल्ट में करीब तीन हजार अभ्यर्थी बाहर हो गए. कुल सफल अभ्यर्थियों की संख्या घटकर 42006 हो गई.

दोबारा रिजल्ट घोषित होने के बाद भी बेसिक शिक्षा विभाग ने कट ऑफ और नियुक्ति पत्र नहीं जारी किया है. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने इसी साल 15 फरवरी को दोबारा आदेश जारी कर भर्ती जल्द से जल्द पूरी करने का फैसला सुनाया. अभ्यर्थी चाहते हैं कि नोटिफिकेशन जारी कर तीन साल से इंतजार कर रहे योग्य लोगों को नौकरी दी जाए. साथ ही नए पदों को भी पुरानी भर्ती में शामिल कर लिया जाए. अभ्यर्थियों के मुताबिक नए पदों को शामिल करने से अब छह हजार पदों पर भर्ती हो सकती है.