(www.arya-tv.com) आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर ने मेयर कार्यालय के नगर निगम संबंधी कार्यों के लिए राकेश बंसल को अपना ओएसडी बनाया है। राकेश बंसल नगर निगम में सेवा के दौरान भ्रष्टाचार करनेके आरोप लगे थे। आय से अधिक संपत्ति जुटाने का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। दरअसल मेयर हेमलता दिवाकर ने गत दिवस यानी बुधवार को नगर निगम में मीटिंग में कहा था कि अब वह नगर निगम भ्रष्टाचार नहीं होने देंगी। लोग कह रहे हैं कि मेयर ने खुद विवादित चेहरे को ओएसडी बना दिया है तो नगर निगम में भ्रष्टाचार कैसे रुक सकता है। राकेश बंसल नगर निगम में संविदाकर्मी के तौर सेवाएं दीं थीं। सपोर्ट इंडिया सोसाइटी के अध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुरेशचंद्र सोनी ने राकेश बंसल की कमिश्नर, डीएम समेत नगर आयुक्त से भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। साथ ही ईडी और सीबीआई जांच की मांग की थी।
सपोट इंडिया ने लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप
सुरेशचंद सोनी का आरोप था कि पूर्व संविदाकर्मी राकेश बंसल को नगर निगम में सेवा के दौरान केवल सात लाख रुपए वेतन मिला। अगस्त 2020 में राकेश बंसल की सेवा समाप्त कर दी गई। हटाते समय वेतन 19 हजार रुपए था। आरोप इतने वेतन में नगर निगम में सेवा करते हुए राकेश बंसल ने भ्रष्टाचार कर 238 करोड़ की चल-अचल संपत्ति बना ली। हालांकि राकेश बंसल ने इन सभी आरोपों को निराधार बताया था। इधर नगर निगम के कुछ कर्मचारियों ने भी राकेश बसंल पर आय से अधिक संपत्ति के आरोप लगाए थे। मामला कोर्ट में विचाराधीन है।