(www.arya-tv.com)भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता दयाशंकर सिंह के परिवार पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में आरोपित पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और राम अचल राजभर को आज MP/MLA कोर्ट से जमानत मिल गई। जस्टिस पवन कुमार राय ने दोनों को 20-20 हजार के निजी मुचलके पर रिहा किया है। दोनों नेताओं को कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था, संपत्ति की कुर्की के आदेश दिए थे। इसके बाद 19 जनवरी को नसीमुद्दीन व राम अचल ने कोर्ट में सरेंडर किया था। दयाशंकर सिंह, मंत्री स्वाती सिंह के पति हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दयाशंकर सिंह की मां तेतरी देवी ने आरोप लगाया था कि 20 जुलाई, 2016 को बसपा अध्यक्ष मायावती ने राज्य सभा में उन्हें, उनकी बेटी, उनकी बहू व नातिन तथा उनके परिवार की सभी महिलाओं को गालियां दी व अपशब्द कहे। जबकि इसके दूसरे दिन नसीमुद्दीन सिद्दीकी, रामअचल राजभर व मेवालाल की अगुवाई में बसपा कार्यकर्ताओं ने हजरतगंज स्थित अम्बेडकर प्रतिमा पर उनके पुत्र दयाशंकर सिंह को गालियां दीं तथा अभद्र टिप्पणी करते हुए धरना-प्रदर्शन किया। वर्ग और जातीय भेद बताते हुए भीड़ को हिंसा के लिए उत्तेजित किया। दयाशंकर की 12 वर्षीय बेटी के लिए खुलेआम अमर्यादित नारे लगाए जो बलात्कार की श्रेणी में आते हैं।