बरेली।(www.arya-tv.com) बारादरी थाना के मुहल्ला सिकलापुर की धर्मशाला वाली गली में विवाहिता की बलि देने की कोशिश के आरोपित ससुरालियों की मानसिक विकृति का अंदाजा इसी बात लगा सकते हैं कि महिला के शरीर में करीब 101 जख्म किए गए थे। जिन पर 300 टांके लगाने पड़े। दो दर्जन से ज्यादा टांके तो सिर्फ चेहरे पर आए हैं। अंधविश्वास में फंसे ससुरालियों की हैवानियत देख एक बार पुलिस और डॉक्टर भी हैरान रह गए।

बहरहाल, महिला की हालत नाजुक है। जिला अस्पताल के आइसीयू में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित ननद को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दोनों तांत्रिक जेठ व ननदोई फरार है। तंत्र विद्या से ठीक करने का बनाया था प्लान भोजीपुरा के मार्डन विलेज घंघोरा गांव निवासी रेनू की शादी आठ साल पहले सिकलापुर में धर्मशाला वाली गली निवासी संजीव से हुई। दोनों के एक बेटी भी है।
पिछले कुछ महीनों से रेनू के ससुर जगदीश बीमार चल रहे थे। रेनू के जेठ मूली, राजू व ननद मोनी तांत्रिक क्रिया करते हैं। तीनों ने मिलकर पिता को तंत्र विद्या से ठीक करने के लिए रेनू की बलि देने का प्लान बनाया। फिर रविवार देर रात उसकी बलि देने की कोशिश की। इसके लिए रेनू के चेहरे समेत पूरे शरीर पर चाकू से 101 जख्म किए गए थे। इस दौरान किसी तरह महिला जान बचाकर घर से भाग निकली थी।
पति ने साधी चुप्पी, भाई ने कराया मुकदमा रेनू घर से लहूलुहान होकर निकली थी और बरेली कॉलेज पहुंचकर बेहोश हो गई थी। इस दौरान गश्त पर निकली पुलिस ने उसे जिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया था। पति, सास और ससुर आदि को सब पता था, लेकिन उन्होंने चुप्पी साध रखी थी। सोमवार शाम महिला को होश आया, तब उसने पूरी घटना बताई थी। देर रात रेनू के भाई ने एसएसपी से मिलकर शिकायत की। तब सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। थाने में पढ़ने लगी मंत्र, कांस्टेबल घबराकर भागी पुलिस ने आरोपित ननद मोनी को एक रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार कर लिया। उसे थाने ले जाया गया। वह थाने में ही मंत्र पढ़ने लगी तो उसकी निगरानी में लगी महिला कांस्टेबल घबरा कर चली गई। तब दारोगा ने मोनी को जमकर फटकारा।