वन्दे मातरम गीत पैदा करता है देश के प्रति समर्पण का भाव : डॉ. दिनेश शर्मा

Lucknow
  • आजादी की लडाई में वन्दे मातरम बना देशभक्ति का पर्याय
  • संविधान दिवस तक देशभर में होगा वन्दे मातरम का गायन
  • कांग्रेस की सोंच के चलते देश की आराधना वाले गीत के गायन पर हुआ विवाद

लखनऊ । राज्यसभा सांसद एवं यूपी के पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि वन्दे मातरम गीत देश के प्रति समर्पण का भाव पैदा करता है।ये देश को एकता के सूत्र में भी पिरोता है । आजादी की लडाई में यह गीत जन जन जुबान पर आने के साथ ही देशभक्ति का पर्याय बन गया। डॉ. शर्मा ने कहा कि आज मातृ भूमि की वन्दना वाले इस गीत की यात्रा के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में इस पर एक डाक टिकट और सिक्का जारी किया है। सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम के 150 साल पूरे हो गए हैं। इस समय में भारत की स्थिति में काफी बदलाव आया है। बंकिम चन्द चट्टोपाध्याय ने 1875 में इस गीत को लिखा था पर तब इसे कोई जान नहीं पाया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोंच के चलते देश की आराधना गीत के गायन पर भी विवाद हुआ था। कांग्रेस के 1923 एवं 1937 के कांग्रेस अधिवेशन में वन्दे मातरम को गायन के लिए सूचीबद्ध किया गया पर मोहम्मद अली जिन्ना के विरोध के चलते इसका गायन नहीं हुआ ।

राष्ट्र की एकता अखंडता के प्रतीक हमारे राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में सीतापुर रोड, लखनऊ में भाजपा लखनऊ महानगर द्वारा आयोजित प्रधानमंत्री के सजीव प्रसारण कार्यक्रम में सम्मिलित होने के उपरांत मुख्य अतिथि डॉ. दिनेश शर्मा सांसद राज्यसभा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित युवाओं, विद्यार्थियों एवं आम जनमानस द्वारा सामूहिक राष्ट्रगीत का गायन किया गया।

इस अवसर पर लखनऊ महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, महापौर सुषमा खर्कवाल, महामंत्री राम अवतार कनौजिया, कार्यक्रम संयोजक विवेक सिंह तोमर, उपाध्यक्ष घनश्याम अग्रवाल गुड्डा, भाजपा नेता अभिषेक खरे, वरिष्ठ भाजपा नेता संजय सिंह, मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र मौर्य, संजय तिवारी, पार्षद देव शर्मा मुन्ना मिश्रा, पार्षद मान सिंह, पार्षद श्रीमती राजकुमारी मौर्य, पूर्व पार्षद जीडी शुक्ला, युवा मोर्चा पूर्व अध्यक्ष टिंकू सोनकर, सौरभ वाल्मीकि, आरके छारी, राकेश सिंह, श्रीमती सीता नेगी, श्रीमती नम्रता नेत्र, विनय पटेल, आकाश सिंह, श्रीमती पारुल सिंह जी आदि उपस्थित रहे।