पति से मिला धोखा, 15 दिन में टूटी शादी; UPSC पास करने का लिया संकल्प और बन गई IRS ऑफिसर

# ## National

(www.arya-tv.com) अरे तुम्हारा पति कहा है? जब लोग मुझसे ये सवाल पूछते थे तो मैं अंदर से हिल जाती थी। फिर हिम्मत जुटाते हुए खुद को समझाती थी कि जब सफलता मिल जाएगी उस दिन जवाब दूंगी। UPSC गारंटी नहीं होती लेकिन मेरे लिए ये अपना आत्मसम्मान वापस पाने की लड़ाई थी…ये कहना है UPSC में सफला प्राप्त करने वाली IRS ऑफिसर कोमल गंणात्रा का।

चौथे प्रयास में बनी UPSC टॉपर

वैसे तो UPSC का सफर किसी के लिए आसान नहीं होता है। मगर जब जिंदगी रुक गई हो और आगे का रास्ता नजर ना आ रहा हो, ऐसी परिस्थिति में भी अपने लक्ष्य पर डटे रहना बेहद हिम्मत का काम है। यही हिम्मत दिखाई गुजरात की कोमल गंणात्रा ने। जिंदगी में धोखा मिला और UPSC में असफलता। मगर कोमल ने हार नहीं मानी और चौथे प्रयास में 591 रैंक लाकर कोमल ने देश की नौकरशाही में अपनी जगह बना ली।

3 भाषाओं में की ग्रेजुएशन 

गुजरात में जन्मी कोमल की शुरुआती पढ़ाई भी गुजराती माध्यम से हुई। उन्होंने ओपेन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद कोमल ने 3 अलग-अलग भाषाओं में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। पढ़ाई पूरी करने के बाद कोमल गुजरात लोक सेवा आयोग की तैयारी में जुट गईं। इस दौरान कोमल को एक स्कूल में नौकरी मिली, जहां उनकी सैलरी मात्र 1000 रुपये थी।

NRI से हुई शादी

कोमल ने अपने कठिन परिश्रम से गुजरात लोक सेवा आयोग की परीक्षा (GPSC) पास कर ली। मेंस में कोमल के अच्छे नंबर आए। हालांकि 26 वर्षीय कोमल की शादी एक NRI से हो गई। पति ने नौकरी का विरोध किया और कोमल ने GPSC का इंटरव्यू नहीं दिया। शादी के 15 दिन बाद कोमल के पति न्यूजीलैंड चले गए।

15 दिन में पति ने छोड़ा साथ

न्यूजीलैंड जाने के बाद ना तो पति का फोन आया और ही कोई खबर। कोमल परेशान थीं। परिवार पर भी उंगलियां उठने लगी थीं। कोमल ने पति के पीछे न्यूजीलैंड जाने का मन बनाया। मगर फिर उन्होंने सोचा जो आना ही नहीं चाहता मैं उसे जबरदस्ती कैसे वापस ला सकती हूं। कोमल का कहना है कि एक स्त्री की पहचान सिर्फ उसका पति नहीं होता है, वो खुद अपनी पहचान बना सकती है।

फिर शुरू की UPSC की तैयारी

पति के छोड़ने पर कई लोगों ने कोमल को तलाक लेकर दूसरी शादी करने का सुझाव दिया। मगर तब कोमल ने अलग रास्ता चुनने का फैसला किया। कोमल को घर से 40 किलोमीटर दूर एक सरकारी स्कूल में नौकरी मिल गई। उनकी सैलरी 5000 रुपये थी। स्कूल में पढ़ाते हुए कोमल ने फिर से अपने अधूरे सपने को पूरा करने की ठानी और UPSC की तैयारी में पूरी तरह से जुट गईं।

चौथी बार में मिली सफलता

कोमल सोमवार से शुक्रवार स्कूल में बच्चों को पढ़ाती थीं। शनिवार और रविवार को वो 300 किलोमीटर का सफर तय करके अहमदाबाद क्लास अटेंड करने जाती थीं। ये प्रक्रिया कई सालों तक चली। तैयारी के दौरान कोमल ने स्कूल से कभी छुट्टी नहीं ली। कोमल ने तीन बार UPSC की परीक्षा दी मगर तीनों बार उन्हें नाकामयाबी ही मिली। हालांकि कोमल ने हार नहीं माना। चौथे प्रयास में कोमल का सेंटर मुंबई गया था। स्कूल ने निकलने के बाद कोमल पूरी रात ट्रेन का सफर तय करके मुंबई पहुंची और पेपर देकर वापस लौट आईं। इस बार कोमल ने मेंस की परीक्षा पास कर ली। दिल्ली में कोमल का इंटरव्यू हुआ और उन्हें इस परीक्षा में 591 रैंक मिली।

5 साल का सफर

कोमल का कहना है कि ये 5 साल उनकी जिंदगी का सबसे मुश्किल दौर था। इन पांच सालों में जब भी मैं मम्मी-पापा से मिलने जाती तो लोग मुझसे पूछते कि अरे तुम्हारा पति कहां है? मैं सोचती थी कि जिस दिन मुझे सफलता मिलेगी उस दिन जवाब दूंगी। इन पांच सालों में मैंने यही सीखा कि समस्याएं जब आपकी जिंदगी में आती हैं तो सफलता दिलाने और आगे बढ़ाने। मुश्किलें कभी आपको पीछे नहीं ढकेलेंगी। UPSC गारंटी नहीं है। मगर मेरे लिए ये आत्मसम्मान का सफर था।

कोमल ने की दूसरी शादी

बता दें कि 2012 में UPSC की परीक्षा पास करने के बाद कोमल ने दूसरी शादी कर ली और अब उनकी 8 साल की बच्ची भी है। कोमल के पति न्यायिक अधिकारी हैं। वो गुजरात में पोस्टेड हैं। कोमल की बेटी तक्ष्वी भी नानी-नाना के साथ गुजरात में रहती है। वहीं कोमल की पोस्टिंग दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय में है। कोमल का कहना है कि वो वीकेंड पर गुजरात जाने की कोशिश करती हैं। कई बार छुट्टी नहीं मिल पाती मगर खुशी इस बात की है कि परिवार उन्हें पूरा सपोर्ट करता है।