दुजाना एनकाउंटर में बागपत का योगेश बना मिस्ट्री:चाचा बोले-मेरा भतीजा गैंगस्टर अनिल के साथ गया था

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(www.arya-tv.com) वेस्ट यूपी के कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना के एनकाउंटर को लगभग 36 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन बागपत के 17 साल के मिसिंग लड़के योगेश का पता नहीं चल रहा है। योगेश वही लड़का है, जिसकी स्कॉर्पियो अनिल दुजाना ने किराए पर ली थी। योगेश स्कार्पियो में दुजाना को लेकर गया था। शुक्रवार को मेरठ मोर्चरी में जब दुजाना के शव का पोस्टमॉर्टम हो रहा था, तब अनिल के भाई ओम प्रकाश के साथ योगेश के चाचा सुंदर सिंह भी मोर्चरी पहुंचे।

सुंदर ने बताया कि गुरुवार को उनका भतीजा योगेश ही दुजाना को स्कार्पियो में लेकर गया था। इसके बाद से योगेश गायब है। उसका नंबर भी नहीं लग रहा है। पुलिस भी उसके बारे में कुछ नहीं बता रही है। पूरा परिवार परेशान है। सुंदर को डर है कि कहीं STF उनके निर्दोष भतीजे को अपराधी समझकर एनकाउंटर न कर दे।

हालांकि मेरठ में मुठभेड़ के वक्त दुजाना अकेला स्कार्पियो में था। ऐसे में योगेश कहां है? किसके पास है? इन सवालों के जवाब किसी के पास नहीं है। सुंदर ने बताया, ”मेरा ट्रैवलिंग का काम है। कभी-कभी अपनी स्कार्पियो सवारी पर भेज देता हूं। मेरा भतीजा योगेश वो भी घिटौरा, बागपत का रहने वाला है। वह भी मेरी गाड़ी बुकिंग पर ले जाता था। गुरुवार सुबह 6 बजे योगेश मेरे घर आया और स्कार्पियो मांगने लगा। पूछने पर बताया कि अनिल दुजाना की बुकिंग है। उसे लेकर कड़कड़डूमा कोर्ट जाना है। चूंकि अनिल दुजाना का परिवार हमारा परिचित है। इसलिए मैंने भतीजे योगेश को अपनी सफेद स्कार्पियो दे दी।

सुंदर ने बताया, ”सुबह 6 बजे योगेश गाड़ी लेकर चला गया। उसने सिर्फ इतना बताया था कि स्कार्पियो लेकर वो पहले अनिल दुजाना को लेगा। इसके बाद वे लोग कड़कड़डूमा कोर्ट में सरेंडर करने जाएंगे। दोपहर मुझे टीवी से पता चला कि अनिल दुजाना का मेरठ के जानी में एनकाउंटर हो गया।

इसके बाद मैंने अपने भतीजे योगेश की खैरखबर पूछने के लिए उसे फोन मिलाए, लेकिन उसका फोन नहीं मिला। दोपहर से रात तक मैं भतीजे को फोन मिलाता रहा, लेकिन बात नहीं हो सकी। अभी भी योगेश से हमारी कोई बात नहीं हो पा रही है।”सुंदर ने बताया, अनिल दुजाना का हाल देखकर हम घबरा गए हैं। पूरे परिवार में बात फैली तो सभी परेशान हो गए कि दुजाना मारा गया तो योगेश कहां है? उसके बाद हम लोकल पुलिस के पास गए उनको पूरी बात बताई, लेकिन हमारी सुनवाई नहीं हुई। गुरुवार को पूरी रात भतीजे को खोजने के लिए हम परेशान रहे कि वो कहां है उसका कुछ पता नहीं चल रहा। अनिल दुजाना के घर में भी किसी को नहीं पता कि योगेश कहां है? इनके साथ एक रकम सिंह नाम का आदमी था, वो भी गायब है। उसका भी किसी को पता नहीं है।

सुंदर ने बताया, ”शुक्रवार सुबह मैं मेरठ मोर्चरी आया। शायद यहां योगेश का पता चले, लेकिन यहां भी किसी ने कुछ नहीं बताया। मेरठ डीएम को फोन कर मैंने अपनी परेशानी बताई, लेकिन कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है। मेरा भतीजा बेकसूर और बहुत सीधा लड़का है। 14 मई को उसकी शादी को एक साल हो रहा है। अभी अभी उसके एक बेटी हुई है। उसके पिताजी भी नहीं है। वो किसी तरह अपना घर गुजारा कर रहा है। हमारी कहीं सुनवाई नहीं हो रही। हमें डर है कि कहीं STF मेरे भतीजे का भी एनकाउंटर न कर दे।”’

PMO, राष्ट्रपति भवन तक लगाई अर्जी
योगेश के चाचा का आरोप है कि उनके भतीजे योगेश को STF ने दिल्ली कड़कड़डूमा कोर्ट के बाहर से अनिल दुजाना के साथ ही उठाया है। उन्होंने बताया कि मुझे डर है कि STF मेरे भतीजे को अपराधी समझकर उसका भी एनकाउंटर कर देगी। जबकि वो एक सच्चा सीधा लड़का है।

सुंदर ने बताया कि दिल्ली मेट्रो स्टेशन, दिल्ली पुलिस, यूपी पुलिस, सीएम योगी आदित्यनाथ, जनसुनवाई पोर्टल, केंद्रीय सचिवालय, PMO और राष्ट्रपति कार्यालय तक अपनी शिकायत भेज चुके हैं। लेकिन उनके भतीजे का पता नहीं चला है।

एसटीएफ के एएसपी बृजेश सिंह का कहना है कि जो व्यक्ति आरोप लगा रहा है, उसकी कोई जानकारी नहीं हैं। जो स्कॉर्पियो अनिल दुजाना से मिली है, उसकी जांच की जा रही है। स्कॉर्पियो जिस व्यक्ति के नाम होगी, उसकी जांच होगी। आखिर अनिल दुजाना के पास उस व्यक्ति को गाड़ी कहां से आई, इसकी पड़ताल की जाएगी।