आगरा में बोरे में बंद 16 कुत्तों को काटने के डर से सड़क किनारे फेंका, राहगीरों ने बचाया

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(www.arya-tv.com) आगरा में बोरे में बंद 16 नवजात कुत्तों का वीडियो सामने आया है। बताया जा रहा है कि डर के चलते किसी ने बोरे में बंद करके सड़क किनारे फेंक दिया। बोरी में हलचल होता देख रास्ते से गुजर रहे भाई-बहन ने बोरी खोली। तो उसमें कुत्ते के छोटे बच्चे थे।

न्यू आगरा के रहने वाले नताली शर्मा और ट्विंकल रात में साई अस्पताल होकर जा रहे थे। इस दौरान उनकी नजर बंद पड़े बोरे पर पड़ी तो उन्होंने बोरे को खोला, तो उसमें बच्चे थे। भाई-बहन ने सभी कुत्ते के बच्चों को सड़क किनारे बाहर निकाला। इस दौरान वहां भीड़ लग गई।

भीड़ में किसी व्यक्ति ने डॉग शेल्टर होम चलानी वाली विनीता अरोरा का नंबर दिया। उन्होंने विनीता अरोरा को फोन किया। जिसके बाद कैस्पर्स होम की टीम ने आकर बच्चों को रेस्कूय कर लिया। शेल्टर होम में एक फीमेल डॉग ने सभी बच्चों को दूध पिलाया।

बोरे में बंद कर फेंक दिए थे बच्चे

कैस्पर्स होम संचालिका विनीता अरोरा ने बताया कि बच्चे बहुत छोटे हैं। कुछ की तो आंखें भी नहीं खुली थी। किसी ने उन बच्चों को मारने के लिए ही बोरे में बंद कर फेंका होगा। उनकी टीम बच्चों को बचाने के लिए जुट गई। बच्चों को दूध की बोतल से पाउडर वाला दूध पिलाने की कोशिश की गई।

मगर, बच्चों ने दूध नहीं पीया। इसको लेकर वो बहुत परेशान थीं। तभी उन्हें किसी ने बताया कि उनके शेल्टर के पास एक स्ट्रीट फीमेल डॉग ने कुछ दिन पहले बच्चे दिए थे। उसके बच्चे मर गए हैं। तब से वो डॉग अपने बच्चे के लिए रो रही है।

ऐसे में उन्होंने बच्चों को मां का दूध पिलाने के लिए उस फीमेल डॉग को शेल्टर लाने का फैसला लिया। उनकी टीम गई। उस फीमेल डॉग को लेकर आई। शेल्टर में दूसरे डॉग को देखकर फीमेल डॉग अग्रेसिव हो गई।

उमड़ने लगा मां का प्यार

फीमेल डॉग को शांत कराने के लिए वो अलग कमरे में ले गए। वहां पर सभी बच्चों को लेकर आया गया। जैसे ही फीमेल डॉग ने उन बच्चों को देखा तो वो जोर से रोने लगी। सभी बच्चों से लिपट गई। बच्चे भी उसे अपनी मां मानकर अठखेलियां करने लगे।

इसके बाद फीमेल डॉग ने बच्चे के लिए अपना आंचल फैला दिया। बच्चे भी मां से लिपट कर दूध पीने लग गए। इस नजारे को देखकर वहां मौजूद सभी लोगों ने तालियां बजाईं। उनकी आंखों में आंसू आ गए।

विनीता अरोरा ने बताया कि एक बेजुबान मां का प्यार देखकर अपने इमोशन पर काबू करना मुश्किल था। एक मां ने किस तरह स 15 बच्चों को अपनाया। ये भगवान का चमत्कार और एक मां का प्यार है। उन्हें खुशी है कि अब बच्चे के बचने की उम्मीद बढ़ गई है।