यूपी में बिजली संकट कम होगा:ओबरा में 660 मेगावाट की इकाई 30 जून तक शुरू होगी

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(www.arya-tv.com) यूपी में गर्मी के दिनों में बिजली संकट कम होगा। सप्लाई बढ़ाई जाएगी। सोनभद्र के ओबरा में 660 मेगावाट की एक इकाई 30 जून तक शुरू हो जाएगी। 16 घंटे चली मैराथन मीटिंग के बाद यह तय हुआ है। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष एम. देवराज ने ओबरा परियोजना स्थल का दौरा किया। परियोजना के अधिकारियों के साथ सुबह नौ बजे से रात 3 बजे तक चली बैठक में एक-एक पॉइंट पर बात की।

उन्होंने ओबरा तापीय परियोजना की निर्माणाधीन 1320 मेगावाट की दो इकाइयों के उत्पादन शुरू होने में हो रही देरी पर अधिकारियों से बात की। अंत में तय हुआ कि 30 जून तक 660 मेगावाट की एक इकाई का उत्पादन शुरू हो जाएगा। पिछले लगभग डेढ़ महीने से अध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्मय से ओबरा परियोजना के निर्माण की निगरानी कर रहे हैं।

आउटसोर्स कर्मियों को ट्रेनिंग दी जाएगी
पावर कॉर्पोरेशन अपने आउट सोर्स कर्मियों को ट्रेनिंग देगी। इससे बिजली उपकरणों और लाइनों आदि के अनुरक्षण कार्यों में होने वाली दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा। उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन अध्यक्ष एम. देवराज ने कहा है कि कॉर्पोरेशन में कार्यरत प्रत्येक कार्मिक का जीवन हमारे लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। दुर्घटनाएं असावधानियों के कारण होती हैं। इसलिए लगातार ट्रेनिंग देने से दुर्घटनाएं रोकी जा सकेंगी। इसके साथ ही विद्युत सखियों को भी बिल जमा कराने और मीटर रीडिंग का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।

भारत की पहली 200 मेगावाट इकाई सोनभद्र में ही बनी थी
ओबरा ताप विद्युत गृह सोनभद्र जिले के ओबरा में है। वाराणसी से 125 किलोमीटर की दूरी पर वाराणसी शक्तिनगर मार्ग पर स्थित यह बिजली संयंत्र भारत की पहली 200 मेगावाट इकाई होने का गौरव रखती है। यहां 13 इकाइयां हैं और सभी कोयले से चलती हैं। 200 मेगावाट की अंतिम इकाई 1982 में शुरू हुई थी। इसकी उत्पादन क्षमता 1288 मेगावाट है। यहां 333 मेगावाट का जल विद्युत प्लांट भी है, जो ताप विद्युत गृह को चार्ज करने में मदद करता है। वर्तमान में 660 मेगावाट की दो नई इकाइयां निर्माणाधीन है। इसके शुरू होने से 1320 मेगावाट विद्युत का उत्पादन प्रदेश को प्राप्त होगा जो एक बड़ी उपलब्धि होगी।