लखनऊ। झांसी एनकाउंटर केस अब राजनीतिक अखाड़ा बन गया है। मृतक पुष्पेंद्र यादव की पत्नी के बयान के बाद यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी इस मामले में खुलकर मृतक परिवार के समर्थन में आ गए हैं। अखिलेश यादव ने कहा कि यह एनकाउंटर नहीं बल्कि हत्या है। अखिलेश यादव ने कहा कि किसी को पुलिस की कहानी पर भरोसा नहीं है। झांसी का पुलिस प्रशासन जो कहानी और घटनाक्रम बता रहा है उससे कोई संतुष्ट नहीं है।
झांसी एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस की तरफ लगातार सवाल उठ रहे हैं। अखिलेश यादव और उनकी पार्टी ने यूपी पुलिस के खिलाफ झंडा उठा लिया है। बुधवर को जगल जगह प्रदर्शन हुआ। अखिलेश यादव ने मांग की है कि इस घटना की जांच सीटिंग जजों से कराई जाए।
वहीं यूपी सरकार ने इस मामले में जांच कमेटी बना दी है। एडीजी लॉ एंड आर्डर ने कहा कि किसी भी तथ्य के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है।
मायावती ने कहा कि यूपी में कानून का नहीं अपराधियों का जंगलराज है।
क्या कहा मृतक पुष्पेंद्र यादव की पत्नी ने
एनकाउंटर के खिलाफ पुष्पेंद्र यादव की पत्नी ने आरोप लगाया है कि घूसकांड का वीडियो होने से दरोगा ने मेरे पति को गोली मार दी। डर को डर था कि मेरे पति उसका वीडियो वायरल कर देंगे।
पुलिस ने अपने गिरेबान को बचाने के लिए एक बेकसूर को मार डाला। पत्नी का आरोप है कि पुलिस इंस्पेक्टर पहले 1 लाख रुपए ले चुका था लेकिन वह 50 हजार और मांग रहा था। इस पर मेरे पति ने कहा कि मैं सारी रिकॉर्डिंग वायरल कर दूंगा इसलिए दरोगा ने उन्हें मार दिया। आपको बता दें कि इस मामले में परिवार सीबीआई जांच की मांग कर रहा है।