फिरोजाबाद हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, उधार दिए पैसे मांगने पर की थी दोस्त की हत्या

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(www.arya-tv.com) फिरोजाबाद के थाना टूंडला क्षेत्र 29 जून 2024 को पुराने सिंचाई खंड कार्यालय में एक युवक का शव मिला था, जिसकी पहचान धर्मवीर के रूप में हुई थी. युवक की हत्या करने के बाद उसके शव को सिंचाई विभाग कार्यालय में फेंक दिया गया था. अब पुलिस ने इसमें तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक मृतक का खास दोस्त है और हत्या के पीछे रुपये का लेनदेन का मामला था.

धर्मवीर और दीपक दोनों टावर कंपनी में काम करते थे. दीपक पुत्र विजय सिंह निवासी धर्मपुर को मोबाइल में सट्टा खेलने का शौक था, जिससे वह कई बार सट्टे में रुपये हार गया था, जिसको लेकर दीपक ने धर्मवीर से 60 हजार रुपये उधार लिए थे. दीपक ने 30 हजार रुपये तो वापस कर दिए थे, लेकिन उस पास रुपये न होने की वजह से वह 30 हजार रुपये धर्मवीर को वापिस नहीं कर पाया था. धर्मवीर उसको बार-बार गालियां देता था और अपने रुपये मांगता था.

इसलिए बनाई हत्या की योजना

जब दीपक उधारी के 30 हजार रुपये धर्मवीर को नहीं दे पा रहा तो धर्मवीर उसको बार-बार रुपये देने की बात कहता था. जब वह रुपये काफी समय तक नहीं दे पाया तो उसने कहा कि तू अपनी मां और बहन को मेरे घर पर भेज दे मेरे रुपये पट जाएंगे. यह बात दीपक को दिल में चुभ गई और उसने धर्मवीर की हत्या करने की योजना बनाई.

क्राइम पेट्रोल स्टाइल में हत्या 

दीपक ने अपने दोस्त भोला और विष्णु को धर्मवीर के बारे में बताया कि उसने मेरी मां और बहन के लिए ऐसा बोला है और मुझे उसकी हत्या करनी है, तो भोला और विष्णु ने कहा कि हम क्राइम पेट्रोल सीरियल देखते हैं. हम इस तरह उसकी हत्या करेंगे कि पकड़े भी नहीं जाएंगे, लेकिन हत्या करके हम लोगों को क्या मिलेगा तभी दीपक ने कहा कि धर्मवीर के एक अकाउंट में  6 लाख रुपये हैं. उसका यूपीआई और पासवर्ड मुझे मालूम है. हत्या करने के बाद मैं तुम्हारे खाते में रुपये भेज दूंगा. तभी तीनों ने योजना बनाई और बियर पिलाने के बहाने दीपक को पुराने सिंचाई कार्यालय में बुला लिया और बियर पिलाने के बाद उसकी गमच्छे से गला घोंट दिया और ईंट से मारकर उसकी हत्या कर दी. यह सब उन्होंने ग्लब्स पहनकर किया कि वह पकड़े न जाए.

पुलिस के सख्ती से पूछने पर उगला सच 

मृतक धर्मवीर के परिवार वालों ने थाना टूंडला में हत्या का मुकदमा लिखाया था और पुलिस इसमें जांच कर रही थी, तो जांच के आधार पर पुलिस ने देखा की धर्मवीर के दोस्त कौन-कौन हैं और उन्हें हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की तो पहले तो वह झूठ बोलते रहे कि हमने कुछ नहीं किया. बाद में जब पुलिस ने सख्ती से पूछा है तो दीपक ने बताया कि उसे धर्मवीर को 30 हजार रुपये देने है और धर्मवीर ने दीपक की मां और बहन की बेइज्जती की है. उसी को लेकर उसने धर्मवीर की अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या कर दी. पुलिस ने उनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया हुआ सामान दो मोटरसाइकिल और 95 हजार रुपये बरामद किए हैं.