बीबीएयू में 22 मई को योग विभाग एवं योग वेलनेस सेंटर, बीबीएयू के संयुक्त तत्वाधान में 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित योग महाकुंभ 2025 के अंतर्गत एक माह तक चलने वाली योग श्रृंखला का उद्घाटन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की। मुख्य अतिथि के तौर पर श्री नीलकंठ योग केंद्र के आचार्य भीम सिंह उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर योग प्राकृतिक चिकित्सा एवं संज्ञानात्मक अध्ययन विद्यापीठ के संकायाध्यक्ष प्रो. बी.सी. यादव, योग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश्वर सिंह एवं डॉ. नरेंद्र सिंह उपस्थित रहे। विवि कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति में शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान अर्जन तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका मूल उद्देश्य व्यक्ति के चारित्रिक, मानसिक, आध्यात्मिक एवं सर्वांगीण विकास में निहित है। मानसिक स्वास्थ्य पर बल देना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। योग के अभ्यास से न केवल तन स्वस्थ रहता है, बल्कि मन भी स्थिर और संतुलित बना रहता है। पंचकोष अन्नमय, प्राणमय, मनोमय, विज्ञानमय और आनंदमय कोश की अवधारणा इस बात को दर्शाती है कि मनुष्य का विकास केवल शारीरिक स्तर पर नहीं, बल्कि सूक्ष्म और आध्यात्मिक स्तर पर भी होना चाहिए।
मुख्य अतिथि आचार्य भीम सिंह ने चर्चा के दौरान कहा कि योग समस्त मानव जीवन का विज्ञान है, जो तन, मन और आत्मा को संतुलित करता है। । संकायाध्यक्ष प्रो. बी.सी. यादव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि आज के परिवेश में योग को केवल व्यायाम या ध्यान तक सीमित न रखकर उसे जीवन के संस्कारों में शामिल करने की आवश्यकता है।
विभागाध्यक्ष डॉ. दीपेश्वर सिंह योग महाकुंभ के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि योग महाकुंभ के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत योग विभाग एवं योग वेलनेस सेंटर, बीबीएयू की ओर से योग साधकों के लिए अभ्यास सत्र, योग जागरूकता शिविर , द्विदिवसीय योग थैरेपी कार्यशाला, सूर्य नमस्कार सत्र, विभिन्न बीमारियों जैसे मधुमेह, रक्तचाप, पीसीओडी एवं पीसीओएस आदि में लाभदायक व्यायाम ,फेफड़े, किडनी एवं लीवर से संबंधित बीमारियों के लिए जरूरी योग एवं आसनों का अभ्यास, एडवांस मेडिटेशन सत्र, विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिये गये गांवों में योगाभ्यास, विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जा रहा है, जिनका मुख्य उद्देश्य आम नागरिकों में योग के प्रति जागरूकता फैलाना है। अंत में डॉ. नरेंद्र सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया।समस्त कार्यक्रम के दौरान प्रो. शरद सोनकर, कैप्ट(डॉ.) राजश्री, लेफ्ट.(डॉ.) मनोज कुमार डडवाल, अन्य शिक्षक, योग साधक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।