संभल। एक तरफ इंडिया फ्रोजन फूड्स मीट फैक्ट्री के मालिक और उसके मालिक के घर पर आयकर विभाग ने छापेमारी शुरू की तो कुछ घंटे बाद ही जनपद संभल के हयातनगर थाने पर फैक्ट्री मालिक की तरफ से एक व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। बड़ी बात यह कि मुकदमे में फैक्ट्री मालिक ने टैक्स चोरी सहित तमाम आरोपों की शिकायत कर उसकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।
इंडियन फ्रोजन फूड्स के मालिक इमरान कुरैशी,इरफान कुरैशी के घर और और संभल व बरेली सहित कई प्रतिष्ठानों पर सोमवार 13 अक्टूबर की सुबह आयकर विभाग की टीम ने छापेमारी शुरू की थी। यह कार्रवाई लगभग 84 घंटे के बाद गुरुवार शाम 6:30 बजे समाप्त हुई। इस मामले में अब नई बात यह सामने आई है कि 13 अक्टूबर की सुबह आयकर विभाग ने कार्रवाई शुरू की और इसी दिन शाम को हयातनगर थाने पर फैक्ट्री मालिक इरफान कुरैशी की तहरीर पर सरायतरीन के ही कोटला निवासी जाहिद नूर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इरफान ने आरोप लगाया कि जाहिद ने उनके व्यवसाय और प्रतिष्ठा को बदनाम करने की नीयत से झूठे आरोप लगाए। पुलिस सूत्रों के अनुसार आरोपी जाहिद नूर ने कुछ माह पहले एडीजी बरेली को शिकायत भेजी थी, जिसमें इंडिया फ्रोजन फूड्स के मालिकों पर गलत तरीके से कारोबार करने और टैक्स चोरी के आरोप लगाए गए थे। एडीजी ने शिकायती पत्र की जांच कराने के निर्देश डीआईजी मुरादाबाद को दिये थे। डीआईजी के स्तर से मामले की जांच एएसपी बिजनौर को दी गई थी। इस जांच में क्या सामने आया सह अभी तक साफ नहीं हो पाया है।
एक साल से चल रही थी घेराबंदी
इंडिया फ्रोजन फूड्स फैक्ट्री,उसके मालिकों के घर व प्रतिष्ठानों पर आयकर विभाग की कार्रवाई में क्या मिला यह तभी साफ हो पाएगा जबकि आयकर विभाग कार्रवाई की जानकारी दे,लेकिन एक बात साफ है कि जो हुआ वह इंडिया फ्रोजन फूड्स के खिलाफ मीट लाबी द्वारा पिछले एक साल से की जा रही घेराबंदी का ही नतीजा है।संभल में वैसे तो पांच फ्रोजन मीट प्लांट हैं लेकिन तीन फ्रोजन मीट प्लांट यहां पर भाजपा सरकार आने के बाद भी संचालित हो रहे थे। इसके बाद प्रदूषण के मानकों का पालन न करने व अन्य कारणों से दो फैक्ट्रियों को बंद करा दिया गया और केवल इंडिया फ्रोजन फूड्स ही संचालित रहा। बंद हुई दो मीट फैक्ट्रियों के मालिकों ने अपनी फैक्ट्रियां फिर से शुरु कराने के लिए सालों पहले जो कवायद शुरू की वह अब तक जारी है लेकिन वह फैक्ट्री चलवाने में कामयाब नहीं हो पाये। आरोप यह लगते रहे कि इंडिया फ्रोजन फूड्स के मालिक बाकी फैक्ट्रियों का संचालन नहीं होने दे रहे हैं। यह भी कहा गया कि कोई दूसरी फैक्ट्री न चलने देने के लिए इंडिया फ्रोजन फूड्स प्रबंध तंत्र संभल से लेकर लखनऊ तक खेल खेलता रहा है। हालांकि दूसरी तरफ इंडिया फ्रोजन फूड्स के मालिक आरोप लगाते रहे हैं कि उन्हें ब्लैकमेल करने और धमकाने का काम किया जा रहा है। अप्रैल के महीने में भी इंडिया फ्रोजन फूड्स के मालिक ने ब्लैकमेल करने का मुकदमा दर्ज कराया था। तब पुलिस ने एक ग्राम प्रधान सहित दो लोगों को जेल भेजा था जबकि कुरैशी बिरादरी के बड़े नेता को 24 घंटे पुलिस हिरासत में बिताने पड़े थे।