यूपी के आजमगढ़ में 215 मिमी तो 10 जिलों में 100 मिमी से ज्यादा हुई बरसात

UP

 (www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में रिकार्ड बारिश ने कई जिलों में आफत मचा दिया। प्रदेश के 10 जिलों में 100 मिमी से भी ज्यादा बारिश हुई है। इस साल एक दिन में 215 मिमी रिकार्ड आजमगढ़ जिले में बारिश दर्ज हुई है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 40.3 मिमी औसत वर्षा हुई, जो सामान्य वर्षा 5.5 मिमी के सापेक्ष 723.7 प्रतिशत है। प्रदेश में एक जून से अब तक 704 मिमी औसत वर्षा हुई जो सामान्य वर्षा 745.2 मिमी के सापेक्ष 94 प्रतिशत है। मौसम विभाग ने प्रदेश में बलिया, मऊ, देवरिया समेत 14 जिले में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। एक बार फिर कम दबाव बनने के कारण फिर से मौसम करवट ले सकता है।

एक दशक में पहली बार दो दिन शतकीय हुई लखनऊ में बरसात
लखनऊ शहर में पिछले कुछ दिनों में भारी बारिश हुई है, जिसमें लगातार दो दिनों में शतकीय बारिश देखि गयी जहाँ शुक्रवार को 107 मिमी और पिछले 24 घंटों में 128 मिमी बारिश हुई है। ये बारिश राज्य के कई हिस्सों में देखी गई, लेकिन यह राजधानी शहर था जहां काफी तेज बारिश हुई। इसके अलावा, सितंबर के महीने में इस तरह की बारिश नियमित नहीं होती है, और यह काफी कम बार देखा गया है। सितंबर के महीने में 24 घंटे के समय में 100 मिमी बारिश पिछले दस वर्षों में केवल एक बार हुई है, जो 14 सितंबर 2012 को हुई थी। इतना ही नहीं, लखनऊ ने एक दशक में सबसे अधिक मासिक वर्षा के रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया है, जिसमें कुछ दिन शेष भी हैं। पिछला रिकॉर्ड 286 मिमी था और इस बार मासिक औसत 205 मिमी के मुकाबले 297 मिमी बारिश हो चुकी है।

14 जिलों में बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया कि, 50 किलो प्रतिघंटे की रफतार से हवाएं चलेंगी। बिजली की गरज-चमक के साथ यूपी के पूर्वांचल क्षेत्र के बलिया, देवरिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, संत कबीर नगर, अम्बेडकर नगर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, बलराम जिलें में अलर्ट जारी किया गया है।

100 मिमी से ज्यादा हुई बारिश के जिले जिला बारिश मिमी आजमगढ़ – 215 अयोध्या – 178.2 सीतापुर- 135 कन्नौज – 135 बाराबंकी – 133.1 गोंडा – 120.7 लखनऊ – 118.8 अम्बेडक नगर- 113.1 बस्ती – 110 फरुखाबाद – 76.3

देश भर में बने मौसमी सिस्टम का हाल

मध्य प्रदेश और इससे सटे उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों पर एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 5.8 किमी तक फैला हुआ है। मानसून की ट्रफ रेखा बीकानेर, जयपुर, कम दबाव वाले क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती हवाओं के केंद्र से गुजरते हुए पेंड्रा रोड, भुवनेश्वर से होते हुए दक्षिण पूर्व की ओर बंगाल की पूर्वी मध्य खाड़ी की ओर जा रही है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर अरब सागर से गुजरात, दक्षिणी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश से गुजरते हुए निम्न दबाव के क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना हुआ है। एक बार फिर कम दबाव बनने के कारण फिर से मौसम करवट ले सकता है।