विजन फार विकसित भारत का तीन दिवसीय आयोजन एस. जी. टी. विश्वविद्यालय गुड़गांव में

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(www.arya-tv.com) भारतीय शिक्षण मंडल की युवा गतिविधि द्वारा आगामी १५, १६ तथा १७ नवंबर को एसजीटी यूनिवर्सिटी गुड़गांव में विज़न फॉर विकसित भारत, (विविभा) का आयोजन किया जा रहा है।

इस त्रिदिवसीय ज्ञान महोत्सव में राष्ट्रीय सुरक्षा पर विशेषज्ञ वक्ता के रूप में भारतीय सेना अध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी जी को निमंत्रण देने हेतु भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय प्रकाशन प्रमुख दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो. रवि प्रकाश टेकचंदानी जी, अखिल भारतीय कार्यालय प्रमुख प्रो.अमित दत्ता जी, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख श्री राजन चोपड़ा जी तथा भारतीय शिक्षण मंडल दिल्ली, पंजाब तथा हरियाणा प्रदेश के संगठन मंत्री मा. गणपति जी ने सेनाध्यक्ष श्री द्विवेदी से भेंट कर उन्हें इस कार्यक्रम हेतु आमंत्रित किया।

सेनाध्यक्ष श्री द्विवेदी ने कार्यक्रम के उद्देश्य व सफलता हेतु भारतीय शिक्षण मण्डल द्वारा युवाओं हेतु किये जा रहे एसे प्रेरक कार्यक्रम की भूरि भूरि प्रशंसा करते अपनी शुभकामनाएं भी प्रदान की।

आयोजन समिति से जुड़े अयोध्या निवासी दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रो.रवि प्रकाश टेकचंदानी ने बताया कि भारतीय नौसेना के अध्यक्ष जनरल दिनेश त्रिपाठी जी से भी शिष्ट मंडल ने भेंट कर उन्हें कार्यक्रम हेतु निमंत्रण दिया गया।
साथ ही गणपति जी व उनके साथ गए शिष्टमंडल ने प्रो रवि प्रकाश टेकचंदानी द्वारा लिखित पुस्तक “शिक्षा में रामत्व ” को भारतीय नौसेना अध्यक्ष जनरल दिनेश त्रिपाठी को भेंट किया।अयोध्या निवासी रवि प्रकाश द्वारा लिखित इस पुस्तक ने
पुनः अयोध्या को अपने लाल पर गर्व का अवसर दिया है।

विजन फार विकसित भारत यानि आज का विकसित भारत कैसा हो यह आज के युवा के लिए बहुत ही बड़ी चुनौती है।

आंतकवाद आज पूरे विश्व में तेजी से पांव पसार रहा है,जो मानवता के लिए बहुत खतरा बनता जा रहा है।
विकसित देश ब्रिटेन में सरकार बदलते ही दंगे होना, किसी देश में शरणार्थी के रूप में शरण लेकर संख्या बढ़ने पर वहां के शरणदाता देश व मूल निवासियों के लिए चुनौती बनना आने वाले समय में हमें ऐसा विकसित भारत नहीं चाहिए तो यहां के सभी नागरिकों को इस हेतु जागरूक करने हेतु एसे आयोजन की पहल सराहनीय व प्रशंसनीय है।
आतंक के विरुद्ध वर्तमान सरकार की नीति स्पष्ट है।
आज का युवा देश व समाज की सुरक्षा, संस्कृति तथा कानून व्यवस्था को लेकर चिंता करे ऐसा हमारा विकसित भारत बने इस हेतु यह पहल स्वागत योग्य है।