(www.arya-tv.com) हवा का रुख बदलते ही मौसम की तासीर बदल गई। हवा के पुरुवा से पछुवा होते ही उमस भरी गर्मी दूर हो गई लेकिन अचानक लगभग दो डिग्री सेल्सियस बढ़े तापमान से दिशाएं धधक उठीं और धरा जलने लगी। आंच लिए चली 27-28 किमी प्रति घंटा के वेग से चली हवा के चलते वातावरण की नमी दूर हो गई और शुष्क हुए मौसम में तपन बढ़ गई। तापमान बढ़ने की यही दर रही तो शुक्रवार को पारा 44 डिग्री पहुंच सकता है, इससे तापलहर की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी।
गुरुवार को पारा अधिकतम 43 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि आसमान साफ होते ही न्यूनतम तापमान 1.4 डिग्री घटकर 24.4 पर आ गया। तापमान बढ़ने का यही क्रम रहा तो उम्मीद है कि शुक्रवार से तापलहर चलना शुरू हो जाएगी। इस मौसम में चिकित्सकों ने लोगों को बचकर रहने का परामर्श दिया है।
बीते एक सप्ताह से बंगाल की खाड़ी की ओर चल रही हवा ने वातावरण में नमी की मात्रा काफी बढ़ा दी थी। इसके चलते उमस भरी चिपचिपी गर्मी से लोग बेचैन थे। उमस भरी गर्मी में कूलर पंखे फेल हो गए थे। अब गुरुवार से हवा का रुख बदला तो धरा से आसमान तक पछुआ हवा चलना शुरू हो गई। इससे तापमान अचानक 2.8 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया। धरती तपने लगी और तेज रफ्तार से चल रही पछुआ हवा की आंच बर्दाश्त करना मुश्किल हो गया।