यह BHU है, फिलिस्तीन-इजरायल का बॉर्डर नहीं बनने देंगे, छात्रों ने क्यों कही ये बड़ी बात

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(www.arya-tv.com)  पिछले दिनों आईआईटी बीएचयू में छात्रा से छेड़खानी की वारदात हुई थी .इस घटना के बाद गुरुवार की देर रात आईआईटी बीएचयू के छात्रों का प्रदर्शन समाप्त हुआ और संस्थान ने आईआईटी बीएचयू परिसर के चारों तरफ बाउंड्री वॉल समेत 7 मुद्दों पर सहमति जताई है .इस समझौते के कुछ घंटों बाद अब बीएचयू और आईआईटी के बीच विभाजन को लेकर मुद्दा गर्म हो गया. नाराज छात्रों ने कहा कि यह बीएचयू है इसे फिलिस्तीन और इजरायल के बॉर्डर नहीं बनने देंगे. विश्वविद्यालय के शोध छात्र पतंजलि पांडेय ने यह बात कही.

शुक्रवार की दोपहर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सैकड़ो छात्रों ने सेंट्रल ऑफिस पर विश्वविद्यालय के विभाजन के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया. सिर्फ एबीवीपी ही नहीं बल्कि आइसा और दूसरे छात्र संगठन इसको लेकर मुखर हो गए .छात्रों ने साफ तौर पर विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि किसी भी कीमत पर महामना के बगिया का विभाजन नहीं होने देंगे.

महामना के बगिया को बांटने की सजिश
बीएचयू की छात्रा अदिति मौर्या ने बताया कि बीएचयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय और आईआईटी के बीच दीवार उठाने की बात कही है. वो सरासर गलत है. जिस छात्रा के साथ घटना हुई है उसके साथ न्याय हो और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो लेकिन सुरक्षा के नाम पर जिस तरह महामना के इस बगिया को बांटने की साजिश हो रही है वो पूरी तरह गलत है.

क्या है एबीवीपी की मांग?
वहीं एबीवीपी की साक्षी सिंह ने बताया कि यदि बीएचयू प्रशासन यदि पूरे विश्वविद्यालय कैम्पस में छात्रों को सुरक्षित माहौल देना चाहती है तो पूरे परिसर में सीसीटीवी लगाया जाए. इसके अलावा कैम्पस में पेट्रोलिंग बढ़े और जो सुरक्षाकर्मी यहां तैनात है वो ठीक तरीके से काम करें.