होली पर बिगड़ा था मेरठ के पलड़ा गांव का माहौल:दोनों पक्षों के झगड़े ने महीने भर बाद भड़काई हिंसा

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(www.arya-tv.com) मेरठ के हस्तिनापुर के पलड़ा गांव में पिछले 2 दिनों से कर्फ्यू जैसे हालात हैं। रविवार देर शाम गांव में आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे 24 साल के युवक विशु पर बाइक सवारों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। इसके बाद सोमवार को गांव में समुदाय विशेष के घरों, खेतों को जलाया गया। पूरा गांव हिंसा की चपेट में आ गया।

झगड़े की असल वजह क्या थी? छानबीन के बाद सामने आया कि होली वाले दिन यानी 8 मार्च को विशु और दूसरे पक्ष पूर्व प्रधान गजेंद्र के बीच झगड़ा हुआ था। इसने 1 महीने बाद पलड़ा में बवाल करवा दिया।

मैच देखते विशु पर पीछे से गोली मारी
पलड़ा गांव में रविवार देर शाम 5.30 बजे विशु प्राइमरी स्कूल की दीवार पर बैठकर मैच देख रहा था। तभी बाइक पर बदमाश वहां आए। विशु पर पीछे से 5 गोली विशु को मारी। उसकी मौके पर मौत हो गई। विशु परिवार का इकलौता लड़का था। अकेले बेटे की मौत से विशु का परिवार गुस्से में आ गया। विशु के पिता रामबीर ने 6 लोगों को नामजद और 3 अज्ञात के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी।

गांव का पूर्व प्रधान गजेंद्र सिंह सहित अनस, अशपाल, शहानजीम, अकरम और कैफ के खिलाफ मुकदमा हुआ। देर रात तक गांवों में आरोपियों को पकड़ने के लिए हंगामा हुआ, जाम लगाया गया। गांव छावनी बन गया। 6 घंटे तक गांव में हंगामा चलता रहा। IG, SSP सहित तमाम अफसर छह थानों की फोर्स मौके पर पहुंची। सबको शांत कराया। लेकिन गांव में भारी फोर्स, RAF तैनात की गई। देर रात पुलिस ने प्रधान सहित 3 आरोपियों को पकड़ लिया।

हिंसा के बाद फूंक दिए घर

लेकिन सोमवार सुबह जैसे ही मृतक विशु की डेडबॉडी गांव में पोस्टमॉर्टम के बाद अंतिम संस्कार के लिए लाई गई। अचानक ग्रामीण भड़क उठे। पीड़ित पक्ष के लोगों ने गांव में फोर्स की मौजूदगी में दूसरे समुदाय के लोगों के घरों, खेतों में आग लगा दी। जिन लोगों को पकड़ने को पुलिस दबिश दे रही थी।

गुस्साए ग्रामीणों ने उनकी फसलों को जलाया। घर तोड़े, चर्चा यह भी थी कि गांव में फायरिंग हुई। धार्मिक स्थल में भी तोड़-फोड़ हुई। इस बीच एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सर्कुलेट किया गया। इसमें गांव में फोर्स की मौजूदगी में तोड़फोड़, फायरिंग होती दिख रही है।

देखते-देखते गांव का माहौल बिगड़ता चला गया। मौके पर भारी पुलिस बल अफसर पहुंचे। गांव में मीडिया सहित बाहरी लोगों की एंट्री बैन कर दी गई। इतना ही नहीं, ग्रामीणों को घरों में अंदर रहने की हिदायत दी गई। दूसरे समुदाय के ट्रैक्टर भी फूंक दिए गए। हिंसा में दोनों पक्षों के काफी लोग घायल भी हुए हैं। मृतक के पिता का रामबीर आरोप है कि गैर समुदाय के इन लोगों ने ही मेरे बेटे पर गोलियां बरसाकर उसकी हत्या की है।