(www.arya-tv.com) स्वीडन में कुरआन शरीफ जलाने की घटना से मुस्लिम समाज में रोष फैल गया। बुधवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने बरेली में जुलूस निकाला। उसके बाद कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने पहुंचे। जिसमें मुस्लिम समाज के लोगों ने स्वीडन की घटना की निंदा की है। साथ ही कहा है कि हम सभी शांति चाहते हैं, लेकिन हमारे धर्म ग्रंथ के साथ यह अपमान किया गया है।
स्वीडन की घटना की निंदनीय है
मुस्लिम समाज ने स्वीडन की घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि इस घटना ने न केवल मुसलमानों का बल्कि विश्व के सभी शांति प्रिय लोगों को गहरा आघात पहुंचाया है। मुस्लिम समाज के सभी शांति प्रिय लोग गहरे सदमे और गुस्से में हैं। कुरआन शरीफ अन्तर्राष्ट्रीय शांति, सद्भावना, एकता तथा बिना भेदभाव सभी के लिए न्याय का प्रतीक है।ऐसी घटना से आतंकवाद और उग्रवाद को बढ़ावा मिलने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता। बुधवार को सज्जादानशीन खान ए काहे आलिया नियाजिया ख्वाजा कुतुब मोहम्मद मेंहदी निज़ामी नियाजी के साथ अन्य लोगों ने राष्ट्रपति के नाम बरेली कलेक्ट्रेट में ज्ञापन दिया। इस मौके पैदल जुलूस निकालकर रोष जताया गया।