
पेयजल समस्या से निपटने के लिए पेयजल की महत्वत्ता, देश मे उपलब्ध जल श्रोत, मौजूदा स्थिति से आम जनमानस को अवगत कराने की जरूरत है, तथा स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक उपायों जैसे उपलब्ध स्वच्छ पेयजल का सही इस्तेमाल, पानी को बर्बाद न करना, वर्षा जल संचयन, सामुदायिक जल प्रबंधन, पानी को प्रदूषित होने से बचाने, और साफ पानी की जगह उपयोग किये जल को शोधित कर उसको प्रयोग करने जैसे आम उपायों को सहज और सरल तरीके से जनता को और जागरूक करने का प्रयास सरकार और गैर सरकारी संगठनों द्वारा निरंतर किया जा रहा है।
मैं यह भी बताना चाहूंगी कि नगर निगम का दायित्व है जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना, जिसके लिए हमारे पास “जलसंस्थान” एक अलग विभाग है, साथ ही नगर निगम द्वारा आवश्यकतानुसार स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सब मरसिबल पंप लगाए जाते है, जिसमे एक ही पम्प के माध्यम सैकड़ों लोगों की और कई घरों में पानी उपलब्ध होता है, इसके अतिरिक्त छोटे बड़े नलकूप लगाकर हम पाइप लाइन के माध्यम से घरों तक पेयजल उपलब्ध कराते है, हमने लखनऊ में ग्राउंड वाटर रिचार्ज करने के लिए रैन वाटर हार्वेस्टिंग महानगर के विभिन्न पार्को और बिल्डिंग में प्रारंभ की है।
इस सेमिनार के माध्यम से जो भी उपयोगी निचोड़ निकलेगा, मैं आग्रह करूंगी की संस्था को यदि उसको लागू कराने में मेरी कही कोई आवश्यकता होगी तो मैं उसे जरूर पूरा करूंगी।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री( विधि एवं न्याय) बृजेश पाठक , आयोजन समिति के संरक्षक प्रोफेसर एस०के० बारिक , अध्यक्ष डॉक्टर देवेंद्र परमार , संयोजक डॉक्टर सत्यकाम पटनायक , डॉक्टर प्रीति चतुर्वेदी , समन्वयक चंद्र मोहन तिवारी , कोषाध्यक्ष शीलेन्द्र प्रताप सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
