शिक्षा विभाग की पहल कोरोना महामारी में न बाधित हो पढ़ाई

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(www.arya-tv.com) विद्यालय हो या महाविद्यालय, कोरोना महामारी में इनमें पढ़ने वाले विद्यार्थियों की पढ़ाई शिक्षण संस्थान न खुलने की स्थिति में काफी प्रभावित हुई है। महामारी की शुरूआत में कयास लगाए जा रहे थे कि संस्थान न खुलने की स्थिति में यहां पर पढ़ाई नहीं हो पाएगी, लेकिन शिक्षकों ने महामारी में विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो। इसलिए कड़े कदम भी उठाए हैं।

इसी कड़ी में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में कार्यरत छह प्राध्यापकों ने अध्यापन सामग्री तैयार कर रहे हैं। प्राध्यापक यह कार्य पिछले एक साल से लगे हैं। जिसका नतीजा यह रहा है कि यह सभी प्राध्यापक राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की राज्य की टीम में शामिल हुए है। यहीं नहीं, परिषद द्वारा जब भी कोई भी वीडियो या आडियो की अध्यापन समाग्री किसी जिले में भेजनी होती है तो उसकी समीक्षा भी टीम द्वारा की जा रही है। इस समीक्षा के बाद ही उस वीडियो या आडियो को एजुसेट पर चलाया जाता है।

यह प्राध्यापक है शामिल

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीआरईटी) की राज्य स्तरीय टीम में प्राइमरी शिक्षिका भावना, कलायत के बीआरपी नरेंद्र बाल्यान, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राध्यापक बलबीर कश्यप, राजेंद्र कुमार, दलबीर सिंह नैन और प्रगति शामिल हैं।

यह किए जा रहे कार्य

शारीरिक शिक्षा के प्राध्यापक दलबीर सिंह नैन ने बताया कि सभी छह प्राध्यापकों द्वारा डिजिटल तरीके से अध्यापक सामग्री तैयार की जा रही है। इसमें वह स्वयं के विषय में विभिन्न मूद्​दों पर 200 से अधिक पाठ्न सामग्री तैयार कर चुके हैं। इसके अलावा प्राइमरी शिक्षिका भावना भी प्राइमरी विंग के विद्यार्थियों के 100 से अधिक पुन परीक्षण कर चुकी हैं। नैन ने बताया कि उनके व उनकी टीम द्वारा तैयार की गई अध्यापन सामग्री को पूरे प्रदेश के विद्यार्थियों को डिजिटल माध्यम से अवसर एप पर डाली जाती है। इसके अलावा व अध्यापकों व प्राध्यापकों के लिए भी सामग्री तैयार की गई है।