- प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश की डबल इंजन की सरकार विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही : मुख्यमंत्री
- सोनभद्र मेंं कृषि विज्ञान केन्द्र का शिलान्यास किया गया, यह अन्नदाता किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा
- नाम के अनुरूप सोनभद्र को सोने के एक नये केन्द्र के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा
- 11 हजार वनवासी परिवारों को कैम्प लगाकर पट्टा आवंटन की कार्यवाही की जाए
- सोनभद्र के जंगलों में महुआ व चिरौंजी बीनने के लिए अनुमति प्रदान की गयी, एरियल सर्वे कर, हेलीकॉप्टर द्वारा वन क्षेत्रों में चिरांजी के बीज डाले जाएं, जिससे वन क्षेत्रों में चिरौंजी के उत्पादन में वृद्धि हो और यहां के लोग उससे लाभान्वित हो सकें
- सोनभद्र उ0प्र0 की ऊर्जा का केन्द्र बिन्दु
- जनपद में अटल आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य कराया जा रहा
- पेयजल संकट के निवारण हेतु ‘हर घर नल योजना’ के माध्यम से शुद्ध पेयजल पहुंचाने का कार्य किया जा रहा
- जनपद में एक लाख से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना एवं मुख्यमंत्री आवास योजना के माध्यम से निःशुल्क आवास तथा 04 लाख से अधिक परिवारों को शौचालय से लाभान्वित किया गया
- बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर बनाने के दृष्टिगत इन स्कूलों को तकनीकी शिक्षा से जोड़ा जा रहा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में प्रदेश की डबल इंजन की सरकार विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री के 9 वर्ष के कार्यकाल में भारत ने वैश्विक मंच पर लम्बी दूरी तय की है। देश में हाई-वे, फोरलेन, मेडिकल कॉलेज, आई0आई0टी0 आदि बड़े-बड़े निर्माण कार्य हो रहे हैं। देश बदल रहा है। प्रदेश सरकार ’सबका साथ सबका विकास’ के ध्येय के साथ कार्य कर रही है। आज जनपद सोनभद्र मेंं कृषि विज्ञान केन्द्र का शिलान्यास भी किया गया है। कृषि विज्ञान केन्द्र अन्नदाता किसानों को तकनीकी जानकारी उपलब्ध कराने एवं कृषि उत्पादन में वृद्धि में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री सोनभद्र भ्रमण के अवसर पर जनपद के विकास हेतु 414 करोड़ रुपये की लागत की 217 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चाभी, प्रमाण पत्र, चेक एवं फ्लोराइड रिमूवल किट का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने फ्लोराइड रिमूवल किट के प्रयोग के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाम के अनुरूप जनपद सोनभद्र को सोने के एक नये केन्द्र के रूप में विकसित करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने वनाधिकार के तहत वनवासियों को पट्टा आवंटन के सम्बन्ध में जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि 11 हजार वनवासी परिवारों को कैम्प लगाकर पट्टा आवंटन की कार्यवाही की जाए, ताकि कोई गरीब एवं वनवासी परिवार अपने अधिकार से वंचित न रहे। इसके लिए गांव में कैम्प लगाये जायें और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में वनाधिकार पट्टे का वितरण कराया जाये। पहले सोनभद्र के जंगलों में महुआ व चिरौंजी बीनने के लिए गरीब परिवारों को रोका जाता था, परन्तु अब महुआ व चिरौंजी बीनने के लिए अनुमति प्रदान कर दी गयी है। जिला प्रशासन यह प्रयास करे कि एरियल सर्वे कर, हेलीकॉप्टर द्वारा चिरांजी के बीज डाले जाएं, ताकि वन क्षेत्रों में चिरौंजी के उत्पादन में वृद्धि हो और यहां के लोग उससे लाभान्वित हो सकें।
इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रवीन्द्र जायसवाल, समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण राज्यमंत्री संदीप गोंड सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।