आपरेशन सिंदूर की कामयाबी के बाद विश्व स्तर पर आतंकवाद के खिलाफ भारत सरकार ने प्रतिनिधिमंडल भेजने का फैसला किया है. इस पर आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने प्रतिक्रिया दी है. इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि सिर्फ राजनीतिक लोगों को न भेजा जाए.
रजवी ने कहा कि राजनीतिक लोगो के साथ ही साथ अगर हिंदू, मुस्लिम, सिख धर्मगुरुओं को विदेशों में भेजा जाये तो बहुत बेहतर होगा. मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सलाह देना चाहता हूं कि राजनीतिक लोगो से ज्यादा समाज के अंदर प्रभाव धर्मगुरुओं का होता है ये समाज के हर वर्ग से जुड़े होते हैं, अगर धर्मगुरु कोई बात कहता है तो लोग धर्मगुरुओं की बातो को बहुत महत्व देते हैं, इसलिए विदेशो मे धर्मगुरुओं को भेजा जाये.
विदेशों में भेजा जाए धर्मगुरुओं का प्रतिनिधिनमंडल- मौलाना रजवी
उन्होंने कहा कि जिस तरीके से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया गया वह काबिल-ए-तारीफ है. बात यहीं खत्म नहीं हुई है. भारत सरकार ने फैसला किया है कि ऑपरेशन सिंदूर जारी रहेगा. आतंकवाद के खिलाफ व्यापक तौर पर आंदोलन चलना चाहिए ऐसे में सांसदों को भेजने का फैसला सराहनीय है.
मौलाना ने कहा कि हालांकि इसके साथ ही मैं पीएम मोदी से अपील करूंगा, मशविरा दूंगा कि समाज में धर्मगुरुओं का अहम प्रभाव है. ऐसे में उनसे अपील करूंगा कि अगर आतंकवाद के खिलाफ मुहिम में अगर सभी धर्मों के धर्मगुरुओं को भी विदेश भेजा जाए. इनका भी साथ लिया जाए और इनका भी एक प्रतिनिधिमंडल विदेशों में भेजा जाए.
उन्होंने कहा कि सियासी लोगों का उतना असर समाज पर नहीं होता जितना धर्मगुरुओं का होता है. इसलिए आतंक के खिलाफ मुहिम में धर्मगुरुओं को भी शामिल किया जाए.