दुनिया आप​के कदमों में है आप कदम तो बढ़ाईए, एक महिला फोटोग्राफर

(www.arya-tv.com) मेरे पिता के लिए हम पांच बहनें घर में किसी कुकरमुत्ते से कम नहीं थीं। हमें एक घर से दूसरे घर में ऐसे फेंक दिया था जैसे एक घूरे से दूसरे घूरे पर कचरा। जैसे कूड़े को दोबारा कोई देखने नहीं जाता, वैसे बाप-भाई नहीं गए। पिता के लिए बोझ समान ये सर्वेश जब […]

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