BBAU में पिछले वर्ष के पासआउट विद्यार्थियों को वितरित किए गए टैबलेट

Lucknow

(www.arya-tv.com)बीबीएयू लखनऊ में 29 अगस्त को अंतिम वर्ष (पास आउट) के विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा लागू स्वामी विवेकानंद योजना के अंतर्गत टैबलेट वितरित किये गये। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की।
मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री असीम अरुण उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त मुख्य तौर पर डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर बाबू, डीएसडब्ल्यू प्रो. नरेंद्र कुमार एवं डिप्टी डीएसडब्ल्यू डॉ. तरूणा उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं बाबासाहेब के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के साथ हुई। सर्वप्रथम डीएसडब्ल्यू प्रो. नरेंद्र कुमार ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया एवं सभी को कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रुपरेखा से अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान मंत्री असीम अरुण एवं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल द्वारा विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान किये गये। मंच संचालन का कार्य डॉ. तरूणा द्वारा किया गया।
  उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री असीम अरुण ने अपने संबोधन में कहा कि यदि युवा सही दिशा में कार्य करें तो उनकी सोच और कल्पनाशक्ति वर्तमान समय में प्रेरणा के समान है, क्योंकि विकसित भारत की परिकल्पना युवाओं के माध्यम से ही साकार हो सकती है। अपने विचारों को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने विद्यार्थियों को ‘Reform, Perform और Transform’ का सिद्धांत समझाया और उद्यमिता के क्षेत्र में जमीनी स्तर से शिखर तक पहुँचने वाले व्यक्तियों की प्रेरक कहानियों का उल्लेख किया।
 विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने विद्यार्थियों को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए संदेश देते हुए कहा  कि बदलते परिवेश में हमें स्वयं को लगातार अपडेट करते रहना चाहिए, क्योंकि यह समय की आवश्यकता है।
             डीन ऑफ अकेडमिक अफेयर्स प्रो. एस. विक्टर बाबू ने विद्यार्थियों को टैबलेट मिलने के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं और विद्यार्थी जीवन में इसकी महत्ता से सभी को परिचित कराया। डीएसडब्ल्यू प्रो. नरेंद्र कुमार ने बताया कार्यक्रम के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण में उन विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए गए, जिनका डाटा उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा वेरिफाई किया गया था।  अंत में डॉ. तरूणा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।समस्त कार्यक्रम के दौरान विभिन्न संकायों के संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, अन्य शिक्षक एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।