(www.arya-tv.com) भारत और यूके के बीच दिसंबर तक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पूरा हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूके के PM बोरिस जॉनसन के साथ जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हमने इस साल के अंत तक FTA को पूरा करने का फैसला लिया है। पिछले कुछ महीने में भारत ने UAE और ऑस्ट्रेलिया के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को पूरा किया है। उसी गति और कमिटमेंट के साथ हम UK के साथ भी FTA पर आगे बढ़ेंगे।
पीएम मोदी ने यूके को भारत के नेशनल हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया। पीएम ने कहा, ‘आज हमने अपनी क्लाइमेंट और एनर्जी पार्टनरशिप को और ज्यादा गहरा करने का निर्णय लिया है। हम UK को भारत के नेशनल हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘आज हमारे बीच ग्लोबल इनोवेशन पार्टनरशिप के इम्प्लीमेंटेशन अरेंजमेंट का समापन एक बहुत महत्त्वपूर्ण पहल साबित होगी। इसके तहत तीसरे देशों में मेड इन इंडिया इनोवेशन के ट्रांसफर और स्केलिंग अब के लिए भारत और UK 100 मिलियन डॉलर तक को-फाइनेंस करेंगे।’
उधर, यूके पीएम बोरिस जॉनसन ने डिफेंस प्रोक्योरमेंट के लिए यूके ने इंडिया स्पेसिफिक ओपन जनरल एक्सपोर्ट लाइसेंस का ऐलान किया है। इससे ब्यूरोक्रेसी कम होगी और डिलीवरी का समय भी कम होगा।
भारत-रूस के सेंट्रेल बैंक के अधिकारियों की मीटिंग, रूबल-रुपए में पेमेंट पर हुई चर्चा
भारत और रूस के बीच ट्रेड के पेमेंट ऑप्शन पर चर्चा के लिए बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक और रूसी केंद्रीय बैंक के अधिकारियों ने मुंबई के एक होटल में मुलाकात की। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक मीटिंग में रूपए और रूबल पेमेंट पर बात की गई है। 24 फरवरी को रूस के यूक्रेन पर आक्रामण के बाद दोनों केंद्रीय बैंकों के बीच यह पहली बैठक थी।
अधिकारियों ने दोनों देशों में निर्यातकों और आयातकों के सामने आ रही तकनीकी चुनौतियां पर बात की। बैंक ऑफ रशिया के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में RBI के दो सीनियर अधिकारी मौजूद थे। रूस को बेल्जियम स्थित स्विफ्ट सिस्टम से अलग कर दिया गया है, जिसके जरिए ग्लोबल ट्रांजैक्शन किए जाते हैं। इससे रूस से माल भेजने और प्राप्त करने वाली कंपनियों को पेमेंट में परेशानी हो रही है।