(www.arya-tv.com)सुप्रीम कोर्ट ने यूपी में बाराबंकी, रामपुर और गाजियाबाद जिले में दर्ज तीन अलग-अलग मुकदमें में सुनवाई करते हुए दो महीने तक गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर को रद्द करने से मना करते हुए हाई कोर्ट जाने को कहा है। द वायर की तरफ से दाखिल याचिका में तीन एफआईआर को रदद् करने की मांगी की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने सीधे सुनवाई करने से मना करते हुए कहा कि, हाईकोर्ट में जाना होगा। हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने के लिए दो महीने तक यूपी में दर्ज तीनों एफआईआर में गिरफ्तारी पर रोक लगाते हुए राहत दे दी हैं।
इसी साल दर्ज की गई है तीनों एफआईआर
बाराबंकी: 25 जून 2021 को बाराबंकी में एक मस्जिद को अवैध तरीके से ध्वस्त करने की रिपोर्टिंग को लेकर गुरुवार रात को द वायर और इसके दो पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। यह मस्जिद कथित तौर पर स्थानीय प्रशासन द्वारा 17 मई 2021 को ध्वस्त की गई थी, जिसकी भारत और विदेशों में द वायर सहित और कई अन्य मीडिया संस्थानों ने रिपोर्टिंग की थी। द वायर का यह वीडियो रामसनेही घाट तहसील के परिसर के भीतर स्थित इसी मस्जिद को जिला प्रशासन द्वारा नष्ट करने के बारे में था, जिसे प्रशासन ने अपने आदेश में मस्जिद के बजाय अवैध ढांचा बताया था। एफआईआर में बाराबंकी में एक मस्जिद के ढाहने से जुड़ी डॉक्यूमेंट्री पर प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज कराई गई है. FIR में, मस्जिद को “अनधिकृत संरचना” के रूप में वर्णित किया गया है और न्यूज वेबसाइट पर ‘शत्रुता को बढ़ावा देने’ और ‘दंगा फैलने के कारणों को बढ़ावा देने’ का आरोप लगाया गया है।
गाजियाबाद : गाजियाबाद में एक मुस्लिम व्यक्ति पर हमले से जुड़े ट्वीट्स पर ऑनलाइन न्यूज प्लेटफॉर्म ‘द वायर’ और कई अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किए था। इस मामले में तमाम लोगों ने भ्रामक ट्वीट किए। ट्वीट में यह बताया कि हिंदुओं ने मुस्लिम अब्दुल समद की पिटाई की है। जबकि इस पिटाई में हिंदू-मुस्लिम दोनों शामिल थे। 16 जनवरी को थाना लोनी बॉर्डर में इस मामले में ट्विटर, द वायर के सिद्धार्थ वर्द्धाराजन समेत 10 लोगों पर भ्रामक ट्वीट करने में एक और एफआईआर हुई थी। ट्विटर पर आरोप है कि गाजियाबाद पुलिस के सच्चाई बताने के बावजूद उन्होंने भ्रामक ट्वीट नहीं हटाए थे।
रामपुर: एक फरवरी को द वायर के एडिटर सिद्धार्थ वरदराजन के खिलाफ उत्तर प्रदेश के रामपुर में केस दर्ज हुआ था। सिद्धार्थ पर दिल्ली में हुए ट्रैक्टर रैली के दौरान जान गंवाने वाले बिलासपुर के नवरीत सिंह की मौत और किसान आंदोलन से जुड़ी खबर ट्वीट करने के संबंध में केस दर्ज किया गया था।
