अंबाला में जवान की हत्या, पार्थिव शरीर घर पहुंचा

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(www.arya-tv.com)  अंबाला में सेना के जवान की हत्या के बाद शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर कानपुर देहात स्थित उसके घर पहुंचा। देवीपुर स्थित कैलई गांव में जैसे ही एंबुलेंस दरवाजे पर पहुंची, सिसकियां चीखों में बदल गईं। जवान के अंतिम दर्शन के लिए पूरा गांव जुटा है। सभी का रो रोकर बुरा हाल है। इकलौते बेटे की मौत से दुखी पिता अपनी पत्नी से बार बार बोल रहे हैं कि मिल लेओ अब लौट के न अइए बउआ, न देखे का मिलिए। उनकी बातों को सुनकर हर कोई रो पड़ा।

पति का पार्थिव शरीर लेकर अपने ससुराल पहुंची पत्नी रागिनी घर वालों से मिलते ही बेहोश हो गई। बार-बार वो कह रही हैं कि मेरे पति के हत्यारों को फांसी दी जाए। वहीं, बेसुध मां अपने बेटे को देखकर बार बार यही कह रही है कि हाय बउआ कहां चले गए, अब कबहूं न मीलियों का… एक बार तो आंखें खोलो।

गांव के बाहर ही जवान का अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। गांव में बारिश के बीच भी ग्रामीण जवान को अंतिम विदाई देने के लिए जुटे हैं।

सलामी देने के लिए पहुंचे सेना के जवान
जवान को अंतिम सलामी देने के लिए कानपुर कैंट से कुमाऊं रेजिमेंट के जवान पहुंचे हैं। वहीं अंतिम संस्कार के स्थान पर समाधि बनाने को लेकर ग्रामीण जमीन की मांग कर रहे हैं। प्रशासन ने जिस जगह पर अंतिम संस्कार करने को लेकर तैयारी की थी, वहां ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है। गांव के पास ही नई जगह की तलाश की जा रही है।

कानपुर देहात के कैलई गांव के रहने वाले सेना के जवान की अंबाला में रेलवे ट्रैक पर लाश मिली। उसकी हत्या की आशंका जताई जा रही है। इसके पीछे की वजह उसकी पत्नी के वॉट्सऐप पर आया मैसेज है। इसमें लिखा है, ”मैंने आपके पति को खुदा के पास भेज दिया है, पाकिस्तान जिंदाबाद। इंडियन आर्मी अपने सैनिक को बचा सकती है, तो बचा ले।”

अंबाला कैंट में सेना की 40 एडी एसआर यूनिट में 3 साल से तैनात पवन पत्नी और दो बेटियों के साथ रह रहा था। परिजनों की मानें, तो बुधवार शाम पवन शंकर मंदिर जाने की बात कहकर अपने घर से निकला था। इसके बाद वह नहीं लौटा। देर रात तक पत्नी ने फोन पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन फोन स्विच ऑफ मिला। जबकि पवन के मोबाइल से ही वॉट्सऐप पर मैसेज किया गया।