तिहाड़ जेल के 23 डिप्टी सुपरिटेंडेंट का एक साथ ट्रांसफर, जानिए कैसे

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(www.arya-tv.com) दिल्ली की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली जेल तिहाड़ में कैदी सुकेश चंद्रशेखर ने 200 करोड़ की फिरौती मांगी. इस बात का खुलासा होने पर कि यह फिरौती जेल से मांगी गई है, तो हड़कंप मच गया और जांच शुरू हुई. इसमें जेल के कई अधिकारियों के नाम भी सामने आए. कहीं पर एक्शन लिया गया, कुछ को EOW ने गिरफ्तार किया. कुछ पर तिहाड़ जेल के डीजी ने कार्रवाई की. उसी मामले में मंगलवार को 23 डिप्टी सुपरिटेंडेंट अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है.

जिन्हें एक जेल से दूसरी जेल या जेल मुख्यालय से दूसरे जेल में भेजा गया है. एक तरफ कुछ ऑफिसर इसे रूटीन ट्रांसफर बता रहे हैं तो कुछ ऑफिसर इसे सिर्फ आई वाश बता रहे हैं, जिससे मामला शांत हो जाये. मिली जानकारी के अनुसार, डिप्टी सुपरिटेंडेंट अतुल शर्मा और जितेंद्र भार्गव को जेल नंबर 1 से ट्रांसफर करके जेल नंबर 11 और जेल नंबर 8/9 में भेजा गया है, जबकि सेंट्रल जेल नंबर 2 से प्रदीप शर्मा को जेल नंबर 13 में भेजा गया है. जेल नंबर 3 से 3 डिप्टी सुपरिटेंडेंट को जेल नंबर 15, 12 और 14 में भेजा गया है. सेंट्रल जेल नंबर चार से भी दो डिप्टी सुपरिटेंडेंट अशोक और राजेंद्र को जेल नंबर 13 और 10 में स्थानांतरण किया गया है.

जबकि सेंट्रल जेल नंबर छह की एक लेडी डिप्टी सुपरिटेंडेंट को जेल नंबर चार का सीपीआरओ बनाया गया है. डिप्टी सुपरिटेंडेंट किरण, संजीव, बच्चा मांझी, एससी बत्रा, महेंद्र सुंद्रियाल, ऋषि कुमार, शिवानंद, एस केजी मूर्ति, रमन, हंसराज सिंह, अजय भाटिया, संजय गुप्ता, राजेश आदि का भी ट्रांसफर अलग-अलग जेलों में किया गया है.

यह ट्रांसफर स्वंत्रता दिवस के दो दिन बाद 17 अगस्त को एक साथ किया गया है. जानकारों का मानना है कि यह कार्रवाई इसलिए की गई है कि यह लगे कि जेल प्रशासन सख्त है, लेकिन यह सिर्फ दिखावे के लिए शायद की गई है, जबकी कुछ ऐसे अधिकारी हैं, जो बरसों से एक ही जगह पदस्थापित हैं.

इस मामले में तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने फोन पिक नहीं किया, लेकिन ट्रांसफर की लिस्ट उपलब्ध है. बताया जा रहा है कि आगे भी और तबादले किए जा सकते हैं. जेल मुख्यालय के कुछ अधिकारी इसे रूटीन तबादला भी बता रहे हैं.