शहीद चंद्रशेखर आजाद की शहादत से जुड़े रहस्यों से उठा पर्दा, जानें क्या है पूरा मामला

Prayagraj Zone UP

प्रयागराज (www.arya-tv.com) प्रयागराज आने वालों के लिए संगम और आनंद भवन के अतिरिक्त आजाद के प्रतिमास्थल पर उन्हें नमन करने के साथ ही संग्रहालय में रखी उनकी पिस्तौल को देखना भी शामिल होता है।

इसीलिए ‘शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा’, की पंक्तियों को सच करते हुए अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के प्रतिमा स्थल पर भी उन्हें नमन करने और श्रद्धासुमन चढ़ाने के लिए आने वालों का तांता लगा रहता है।

लोग उनकी शहादत के बारे में और ज्यादा से ज्यादा जानने को उत्सुक होते हैं, लेकिन लोगों के मन में एक सवाल जरूर कौंधता है कि उनके वहां पहुंचने की मुखबिरी किसने की, जिसके बाद वह अंग्रेजों से घिरे और एक गोली बची रहने पर अपनी कनपटी पर गोली मारकर शहीद हो गए थे।

अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद से जुड़े ऐसे ही कई सवालों का जवाब देने की कोशिश के साथ उन पर एक फीचर फिल्म तैयार की जा रही है, उम्मीद है शोध के बाद लिखी गई कहानी में अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के जीवन चरित्र के साथ ही उनके साथियों और मुखबिरी से जुड़े सवालों के जवाब भी मिल सकेंगे। फिल्म में आजाद के क्रांतिकारी बनने से लेकर उनकी शहादत तक के तथ्यों को शामिल किया गया है।

बीबीवी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की पहल पर तैयार होने वाली आजाद से जुड़ी फिल्म का नाम ही ‘आजाद के गद्दार और साथी’ है। यह टाइटिल वेस्टर्न इंडिया फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर एसोसिएशन की ओर से पंजीकृत भी हो चुका है।