ओटीटी नियमों को कसौटी पर कसती सेमी पोर्न सीरीज, कहानी में सब कुछ है घटिया

Fashion/ Entertainment UP

(www.arya-tv.com) केंद्र सरकार के नए निर्देशों का देश में संचालित उन ओटीटी पर कोई खास असर नहीं पड़ने वाला जो धड़ल्ले से सेमी पॉर्न सामग्री परोस रहे हैं। नए दिशा निर्देश यही कहते हैं कि वयस्कों के लिए बनने वाला कंटेट उम्र के हिसाब से दिखाने की जिम्मेदारी ओटीटी प्लेयर की है लेकिन ये ओटीटी प्लेयर ‘हैलो मिनी’ जैसी वेब सीरीज ऐसी किसी व्यस्था के बिना अब भी धड़ल्ले से चला रहे हैं।

हैलो मिनी’ सीरीज देखना किसी घटिया पोर्न फिल्म देखने जैसा ही है। देश में तमाम पोर्न कंटेट इंटरनेट पर बिखरा पड़ा है। इसका कारोबार हिंदी सिनेमा के कुल कारोबार से कहीं ज्यादा हो चुका है। समस्या यहां ये है कि नग्नता के इस बाजार में आदित्य बिड़ला जैसे समूह की कंपनी अप्लॉज एंटरटेनमेंट भी उतर चुकी है।

नवनील चक्रवर्ती की कल्पनाओं को परदे पर उतारने का इतना सतही तरीका देखकर तो कई बार कोफ्त ये भी होती है कि आखिर इसे बनाने का मकसद ही क्या रहा होगा। हर दो तीन सीन के बाद कहानी की नायिका के सामने एक मुसीबत आती है। और, मुसीबत का क्या हुआ ये जानने से पहले ही परदे पर कोई न कोई जींस की बटनें खोलने लगता है।

कहानी का खोखलापन सिर्फ इस बात से समझा जा सकता है कि मेट्रो शहर में रह रही एक युवती सिर्फ इसलिए विदेश जाने पर आमादा है कि वहां उसके ब्वॉयफ्रेंड की दोस्ती किसी दूसरी युवती से हो गई है। बीच में पबजी जैसा एक गेम भी है, बस यहां टास्क सारे दैहिक सुख पूर्ति करने कराने के हैं। शो को सस्पेंस थ्रिलर बनाने की कोशिश भी है लेकिन शो आखिर है क्या ये आखिर तक साफ नहीं हो पाता।