सपा ब्लॉक प्रमुख मुजफ्फर गोतस्करी के आरोप में गिरफ्तार, पुलिस से बचने के लिए पहना था बुर्का

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(www.arya-tv.com) यूपी के प्रयागराज में पुलिस ने सपा के ब्लॉक प्रमुख मो. मुजफ्फर को गौतस्करी के एक पुराने मामले में गिरफ्तार किया. मो. मुजफ्फर पुलिस से बचने के लिए महिलाओं का बुर्का पहन रखा था. पुलिस ने उसकी हुलिया पर संदेह करते हुए जब महिला सिपाही से बुर्का उतरवाया तो दंग रह गई. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. ब्लॉक प्रमुख की गिरफ्तारी की खबर जैसे ही उसके समर्थकों को पता चली तो उन्होंने थाने व पुलिस चौकी का घेराव कर हंगामा करना शुरू कर दिया. हालांकि पुलिस ने उन्हें गौतस्करी के एक पुराने मामले में वांटेड होने की जानकारी देते हुए किसी तरह शांत कराया.

पूरामुफ्ती क्षेत्र के बमरौली के प्रयाग गेस्ट हाउस से सोरांव पुलिस ने मो. मुजफ्फर की गिरफ्तारी की. आपको बता दें कि मो. मुजफ्फर नवाबगंज थाना क्षेत्र के चफरी गांव का रहने वाला है. मुजफ्फर समाजवादी पार्टी का मौजूदा कौड़िहार ब्लॉक प्रमुख है. उस पर प्रयागराज, कौशांबी, वाराणसी, चंदौली, भदोही, प्रतापगढ़, फतेहपुर, चित्रकूट और बांदा में 36 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज है. वह गौतस्करी के एक मामले में फरार चल रहा था. मुजफ्फर शनिवार को एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए बमरौली के प्रयाग गेस्ट हाउस आया था. पुलिस को जब इसकी भनक लगी तो टीम बनाकर छापेमारी की. मुजफ्फर ने गिरफ्तारी से बचने के लिए महिलाओं का बुर्का पहन लिया. महिलाओं का बुर्का पहन कर वह पुलिस से बचने के लिए महिलाओं के बीच पहुंच गया. लेकिन शातिर मो. मुजफ्फर पुलिस को चकमा नहीं दे सका. पुलिस ने हुलिया पर संदेह करते हुए जब महिला कांस्टेबल से बुर्का हटवाया तो उसके पीछे सफ़ेद पोशाक में मुजफ्फर नजर आया. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार लिया.

हालांकि मो. मुजफ्फर पर गौतस्करी के अवैध कारोबार से करोड़ो की संपत्ति अर्जित करने के मामले में प्रयागराज पुलिस ने पूर्व में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई कर चुकी है. उसकी करोड़ो की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है. वहीं ब्लॉक प्रमुख मो. मुजफ्फर की पत्नी शायबा बानो ने बताया कि रात करीब साढ़े 10 बजे का वक्त था. बमरौली मोड़ के प्रयाग गेस्ट हाउस में वो एक शादी समारोह में गए हुए थे. वहां से उन्हें जबरदस्ती अरेस्ट कर लिया गया. जब हम लोगो ने गिरफ्तारी करने का कारण पूछा तो पुलिस ने कोई जवाब नहीं दिया. उन पर जो केस थे सभी में उन्हें हाईकोर्ट से जमानत मिल चुकी थी. उनकी गिरफ्तारी के बाद हम लोग बमरौली पुलिस चौकी गए. पुलिस वालों ने फिर भी हमें यह नहीं बताया कि मेरे पति को गिरफ्तार कर कहां रखा गया है. गुमराह करने के लिए कहीं बताते थे कि धूमनगंज थाने में रखा गया है तो कहीं पूरामुफ्ती थाने में रखे जाने की बात कहते रहे. हम लोग रात भर थानों का चक्कर काटते रहे, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। मेरे पति सपा से कौड़िहार ब्लॉक प्रमुख है. उन्हें राजनीतिक षणयंत्र के तहत फंसाकर परेशान किया जा रहा है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गेस्ट हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया और उसका डीवीआर लेकर चले गए.