राजीव गुप्ता बोले- गाइडलाइन का पूरा ख्याल, नहीं होगी किसी को परेशानी

Lucknow UP
Suyash Mishra

लखनऊ। कोरोना वायरस को लेकर सभी सरकारी विभाग से लेकर प्राइवेट विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गए हैं। वहीं राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर में स्थित आरटीओ आॅफिस भी एलर्ट है। आॅफिस में एंटर करते ही आपको सेनीटाइज कराया जा रहा है। इतना ही नहीं आप अधिकारियों के कक्ष में एंटर करते हैं तो बाहर मशीनें लगाई गई हैं। पहले आप खुद को सेनीटाइज करें उसके बाद कमरे में प्रवेश करें।

अभी भी हो रही है भीड़
इतना ही नहीं गेट पर दो लोगों को तैनात किया गया है जो कि लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग बनाने के लिए कह रहे हैं वहीं मास्क लगावाकर ही विभाग में प्रवेश करवा रहे हैं। हालांकि कार्यालय में जरूरत से ज्यादा लोग थे। अभी तक ऐसी व्यवस्था नहीं की गई है कि औसतन लोगों को प्रवेश कराने के बाद दरवाजें को बंद कर दिया जाए और जब उनका कार्य हो जाए तो उनको बाहर करने के बाद दूसरे लोगों को एंट्री दी जाए ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह पालन हो सके।

सोशल डिस्टेंसिंग का कराएंगे पालन: संजीव गुप्ता
आर्य मी​​डिया नेटवर्क की टीम से बातचीत के दौरान आरटीओ संजीव गुप्ता ने बताया कि उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के अथक प्रयासों के चलते यूपी में कोरोना अभी भी बहुत नियंत्रित है। इसलिए हम सब की जिम्मेदारी बनती है कि जो भी गाइडलाइन हैं उनका पूरा पालन कराया जाए। हमने पूरे आॅफिस को दो हर रोज सेनिटाइज कराने की व्यवस्था की है। साथ ही जो भी अंदर प्रवेश करता है उसको सेनिटाइज करवा रहे हैं। सुरक्षा ही बचाव है क्योंकि अभी तक इसकी कोई वैक्सीन नहीं बन सकी है।

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8 महीने से आरसी के लिए दौड़
वह पिछले 8 महीने से दौड़ लगा रहा है। उसे अभी तक आरसी नहीं मिली। चालान के डर से बाहर गाड़ी भी निकालना मुश्किल हो गया है। हम बात कर रहे हैं लखनऊ के रहने वाले रिहान की। रिहान की शादी अक्टूबर में कानपुर से हुई थी। इस दौरान उन्होंने कानपुर के केटीपी शोरूम से मोटरसाइकिल खरीदी थी। जिसका रजिस्ट्रेशन उन्होंने लखनऊ ट्रांसपोर्टनगर आरटीओ आॅफिस में कराया था। रिहान का कहना है कि आरटीओ आॅफिस में मैंने कागज जमा किया था। मुझसे कहा गया कि कानपुर में आपकी नेमप्लेट पहुंच गई है आप जाकर ले लीजिए 14 दिन बाद आकर अपनी आरसी ले लेना । कुछ दिन बाद लॉकडाउन हो गया। लॉकडाउन खुलने के बाद मैंने जब आरटीओ आॅफिस पता किया तो बताया गया कि आपकी आरसी 13 मई को कानपुर एजेंसी पहुंच गई है। वहीं जब मैने वहां पता किया तो उन्होंने बताया कि आपकी आरसी यहां नहीं आई है। आरटीओ आॅफिस पता करिए। मैं 8 महीने से दौड़ लगा रहा हूं। मुझे मेरी आरसी नहीं मिली।

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क्या कहा आरटीओ संजीव गुप्ता ने
इस पर आरटीओ संजीव गुप्ता ने कहा कि अभी तक हमारे संज्ञान में ये मामला नहीं आया था। पिछले ढाई महीने से लॉकडाउन है। मैं इस मामले में जिम्मेदारों से बात करूंगा। आज ही पीड़ित को आरसी मिल जाएगी।