(www.arya-tv.com) झांसी के मेगांव के खेतों से मंगलवार देर रात एक विशाल मगरमच्छ का रेस्क्यू किया गया है। वह खेतों में घूम रहा था। तभी खेत से घर जा रहे एक किसान के रास्ते में आ गया। इससे किसान डर गया। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई और रेस्क्यू करके मगरमच्छ को नदी में छोड़ा गया है।
दौड़ते हुए प्रधान के पास पहुंचा किसान
मेगांव के प्रधान अरविंद रावत ने बताया कि गांव के दिनेश अहिरवार खेतीबाड़़ी करते हैं। मंगलवार शाम को वे अपने घर पर गए थे। रात करीब 9:30 बजे किसान दिनेश खेत से घर आ रहे थे। बस स्टैंड के पास खेतों में उनको एक मगरमच्छ दिखाई दिया। इससे दिनेश बुरी तरह डर गया और दौड़ते हुए प्रधान के पास पहुंच गया। मगरमच्छ मिलने की सूचना पर काफी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए। इसके बाद पुलिस, एसडीएम और गुरसराय क्षेत्रीय वन कार्यालय को सूचना दी थी। क्षेत्रीय वन अधिकारी जबर सिंह यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और रेस्क्यू शुरू किया।
मुंह में फंसाई रस्सी, पिंजरे में किया बंद
वन विभाग की टीम को मगरमच्छ को पकड़ने में एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत करनी पड़ी। मगरमच्छ मुंह खोलकर आवाज कर रहा था। तभी रस्सी फेंकी तो उसके जबड़े में फंस गई। इसके बाद वन विभाग की टीम ने लोगों की मदद से मगरमच्छ को खींचकर एक पिंजरे में बंद कर दिया। बाद में टीम ने उसे नदी में छोड़ दिया।
कहां से आया, किसी को पता नहीं
प्रधान ने बताया कि आज से पहले कभी गांव में मगरमच्छ नहीं देखा गया। यह मगरमच्छ कहां से आया, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है। क्योंकि 300 मीटर दूर भसनेह बांध है, लेकिन उनमें ममरमच्छ नहीं है। बेतवा नदी में मगरमच्छ हैं, लेकिन वो करीब 12 किलोमीटर दूर है। उम्मीद है कि बारिश की वजह से बांध में मगरमच्छ आ गया हो और फिर वो गांव में आ गया। फिलहाल वन विभाग की टीम को अनुरोध किया था कि मगरमच्छ को नदी में छोड़ा जाए। इसके बाद टीम उसे नदी में छोड़ने के लिए ले गई।