दिल्लीवालों को बाढ़ के खतरे से राहत, यमुना के पानी से घिरा ताज

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(www.arya-tv.com) देश की राजधानी दिल्ली को करीब 15 दिनों बाद राहत की खबर मिली है। बुधवार सुबह यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे चला गया है। 19 जुलाई सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.25 मीटर दर्ज किया गया, जो खतरे के निशान से नीचे है हालांकि, अभी भी यमुना से सटे निचले इलाकों में पानी भरा हुआ है।क्योंकि पिछले दो दिन से मौसम खुल रहा है, ऐसे में कुछ हद तक राहत मिलने की संभावना है।

बुधवार सुबह आए आंकड़े के मुताबिक, सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.25 मीटर दर्ज किया गया। कुछ दिन पहले तक यह 209 मीटर को क्रॉस कर रहा था, लेकिन पिछले 3-4 दिन में कम बारिश हुई है और धूप भी निकली है, जिसकी वजह से दिल्लीवालों को राहत मिली है।राजधानी में अभी भी कई इलाके हैं, जहां पानी भरा हुआ है।

राजघाट में पानी कुछ हदतक कम हुआ है, लेकिन पार्क वाले हिस्सा अभी भी लबालब है।इसके अलावा आईटीओ, कश्मीरी गेट के कुछ हिस्सों में भी अभी जलजमाव है। ऐसे में अभी दिल्ली वालों को पूरी तरह से राहत नहीं मिली है, अगर आने वाले दिनों में फिर से बारिश होती है तो चिंताएं बढ़ सकती हैं।

ताजमहल तक पहुंचा यमुना का पानी

एक तरफ दिल्लीवालों को बाढ़ के खतरे से राहत मिली है, तो दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के आगरा में मुश्किलें बढ़ रही हैं। मंगलवार को यहां यमुना का पानी ताज महल तक पहुंच गया, जिसके बाद इस ऐतिहासिक इमारत पर भी संकट आ पड़ा है। हालांकि, ASI का कहना है कि अभी इमारत को बड़ा खतरा नहीं है, लेकिन पानी दीवारों तक पहुंचने लगा है।

बता दें कि ताजमहल की दीवारों पर पानी काफी कम ही पहुंचता है, अभी तक ऐसा 1978 और 2010 में ही हुआ है। ताज के पास यमुना में पानी करीब 500 फीट तक पहुंच गया है, जबकि मध्यम बाढ़ स्तर के खतरे का निशान 499 है। यमुना का पानी आने की वजह से स्मारक के पीछे वाला बगीचा जलमग्न हो गया है।

पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बारिश की वजह से दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले 15 दिनों से बुरा हाल था। हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ गया था, जिसकी वजह से राजधानी के निचले इलाकों में पानी भर गया था और बाढ़ जैसे हालात थे।